अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : एक तरफ जहां बरसाती पानी पूरे देश में लोगों के लिए आफत बना हुआ है तो वहीं दूसरी ओर उफनती नहर के पानी में नाबालिग बच्चे मौत का स्टंट दिखा रहे हैं। दरअसल में चौकाने वाली तस्वीरें फरीदाबाद की है जहां से आगरा और गुडगांव दो नहरें एक साथ गुजरती हैं, इन्हीं नहरों के उपर बने खेडी पुल से नाबालिग बच्चे नहर में कूद रहे हैं, करीब 15 से 20 फुट की उंचाई से कूदने वाले बच्चों को जरा सा भी अंदाजा नहीं हैं कि पानी का बहाब तेज और नहर में अंदर दलदल भी है जिससे कोई भी बडा हादसा हो सकता है। देखने वाली बात तो ये हैं कि इस पुल पर हमेशा जाम की स्थिति बनी होती है हजारों लोग इधर से उधर आते जाते हैं इतना ही नहीं ट्रेफिक को सुचारू रखने के लिए इसी पुल पर पुलिस कर्मी भी खडे हैं उसके बाद भी इन नादान बच्चों को मौत का खेल खेलने से न तो पुलिस कर्मी रोक रहे हैं और न ही राहगीर।
मौत से बेखोफ, अपनी मस्ती में चूर ये नादान बच्चे किस कदर मौत की छलांग लगा रहे हैं ये जरा आप भी देख लो, दिखाई दे रहा ये पुल फरीदाबाद का खेडी पुल है जो कि ग्रेटर फरीदाबाद को जोडता है इस पुल के नीचे से आगरा और गुडगांव नहर गुजरती है। जिस पुल की उंचाई 15 से 20 फुट है और इसी पुल पर उपर खडे होकर 15 साल की कम उम्र से बच्चे उफनती नहर में छलांग लगा लगाकर नहा रहे हैं। ये मौत की छलांग का खेल रोजाना चलता है, मगर इन बच्चों को न तो रोकने वाला है और न ही कोई टोकने वाला। हलांकि ये बच्चे जहां खडे होकर छलांग लगाते हैं वहां से इन बच्चो को देखते हुए और शाबाशी देते हुए हजारों लोग गुजरते हैं। इतना ही नही हैरान कर देने वाली बात तो ये हैं कि इस पुल पर हमेशा ट्रेफिक पुलिस के जवान खडे होते हैं बच्चों को छलांग लगाते हुए देखते हैं, पुल के एक किनारे पर पुलिस पीसीआर खडी होती है तो दूसरे किनारे पर खेडी पुल पुलिस थाना है उसके बाद भी इन बच्चों को कोई रोकने वाला नहीं है।
इस बारे में छलांग लगा रहे बच्चों की माने तो उन्हें तैरना आता है वो रोजाना नहाते हैं, पास में ही प्रेम नगर के रहने वाले हैं। पिछले कई सालों से नहाते आ रहे हैं, उन्हें यहां नहाने से कोई नहीं रोकता कभी कभी पुलिस वाले रोकते हैं मगर वो भी फिर चले जाते हैं। उन्हें किसी भी खतरे से काई डर नही लगता । वहीं, नहर के पास रहने वाले सतीश की माने तो बच्चे बहुत जिद्दी है मना करने के बाद भी नहीं मानते और पुलिस कर्मी भी मना करते हैं तो उनकी भी नहीं मानते।