अधिकारीयों की मानें तो सूरजकुंड के समीप लक्कड़पुर में पोल फ़ेक्ट्री की करीब दो एकड़ जमीनों पर अवैध रूप से बिल्डरों ने पांच -पांच मंजिलों के 9 टावर बना लिए थे जिसमें तक़रीबन 200 फ्लैट हैं और 10 से अधिक दुकानें बने हुए थे जिसमें से करीब 75 फ्लैटों एंव 10 दुकानों को आज ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम ने दो पोकलेन और 6 जेसीबी मशीनों की सहायता से तोड़ दिया। उनका कहना हैं कि इन बिल्डरों को पहले कई बार निर्माण कार्य रोकने के लिए बोला गया था वावजूद इसके बिल्डरों ने बिल्कुल नहीं मानें और अपना निर्माण कार्य को जारी रखा और इस इंडस्ट्रीज की दो एकड़ जमीनों पर बिल्डरों ने अवैध रूप से पांच -पांच मंजिलों के 9 टावर बना लिए जिसमें से कई टावरों को तोड़ कर खंडरों में तब्दील कर दिया हैं। इस तोड़फोड़ के विरोध में वहां के फ्लेट में रह रहे लोगों का कहना हैं कि उन्होनें यहां पर 17 -18 लाख रूपर के दर से प्रति फ्लेट को ख़रीदा हैं।
उनका कहना हैं कि फ्लेट खरीदने के बाद नगर निगम इन फ्लैटों को यहां तोड़ने क्यों आ गई और इस मकान को प्रशासन ने पहले बनने ही क्यों दिया। इस दौरान इस बात से गुस्साए लोगों ने पोकलेन मशीनों पर पथराव किया और हंगामा करने की कोशिश की जिसे बाद में पुलिस ने काबू कर लिया। इस कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल मौजूद थे जिसका नेतृत्व डीसीपी एनआईटी आस्था मोदी कर रहीं थी। इस दौरान ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम के संयुक्त आयुक्त सतबीर मान, मुकेश सोलंकी, डीटीपी नरेश कुमार, डीटीपी अनिल डबवास, एसडीएम अमरजीत जैन, रीगन कुमार , नगर निगम के चीफ इंजीनियर डी. आर. भास्कर , एसीपी एनआईटी साकिर , आत्माराम , बलबीर के अलावा दर्जनों अधिकारीगण उपस्थित थे।