अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: शहर की तहसीलों में अब भी सब कुछ गलत हो रहा है जहाँ गरीब धक्के ख़ा रहे हैं और मोटी रिश्वत देने वालों की रजिस्ट्रियां फ़टाफ़ट हो जाती हैं। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एल एन पाराशर का जिन्होंने सोमवार फिर फरीदाबाद की तहसील का दौरा किया। वकील पाराशर ने बताया कि तहसील में दलालों का बोलबाला है। उन्होंने कहा कि तहसील में मुझे उत्तर प्रदेश के लखनऊ से आये कुछ लोगों ने बताया कि वो पिछले तीन वर्किंग डे से यहाँ रजिस्ट्री के लिए धक्के खा रहे हैं जबकि यहाँ के दलाल फ़टाफ़ट रजिस्ट्रियां करवा रहे हैं।
पाराशर ने कहा कि मैंने दौरा किया तो देखा कि तहसील में तहसीलदार सहित कोई स्टाफ नहीं था जिसकी शिकायत मैंने जब एसडीएम से की तो कुछ देर बाद तहसीलदार और तहसील के स्टाफ के लोग तहसील में पहुंचे। उन्होंने कहा कि उस समय तहसील में कई दर्जन लोग खिड़की के बाहर खड़े थे लेकिन तहसील में स्टाफ न होने से वो परेशान थे। वकील पाराशर का कहना है कि फरीदाबाद की तहसील तो दिखावे के लिए है यहाँ का स्टाफ बाहर बैठकर रजिस्ट्री का काम करता है। उन्होंने कहा कि तहसीलदार अपने दफ्तर में कम गुप्त दफ्तर में ज्यादा बैठते हैं जहाँ दलाल उन्हें चढ़ावा चढ़ाते हैं और वहीं से बैठकर वो रजिस्ट्री पर हस्ताक्षर करते हैं।
वकील पाराशर ने कहा कि फरीदाबाद की तहसीलों में बिना रिश्वत दिए कोई काम नहीं होता। उन्होंने कहा कि पैसे वाले यहां एक एक स्टैम्प से दो-दो बार रजिस्ट्रियां करवा लेते हैं, उस पर लाखों रूपये का लोन भी ले लेते हैं जिसका खुलासा मैं पिछले माह सबूत सहित कर चुका हूँ लेकिन अब तक किसी भ्रष्ट अधिकारी पर की कार्यवाही नहीं की गई जिस कारण तहसील में अब भी भ्रष्टाचार का बोलबाला है। पाराशर ने कहा कि यहाँ फर्जी रजिस्ट्री, फर्जी जीपीए से रजिस्ट्री, फर्जी स्टाम्प पेपर से रजिस्ट्री सब जारी है। उन्होंने कहा कि लगता है ऊपर से नीचे तक के अधिकारी भ्रष्ट हैं इसलिए भ्रष्टों पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। पराशर ने कहा कि फरीदाबाद की तहसीलों में हर रोज कई कई लाख रूपये की रिश्वत ली जा रही है। उन्होंने कहा कि गरीब आदमी 50 गज के प्लाट की रजिस्ट्री के लिए यहाँ धक्के खाता रहता है और दो नंबर के लोग तुरंत रजिस्ट्री करवा लेते हैं।