अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद; जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने संकाय सदस्यों द्वारा ई-कंटेंट विकसित करने की व्यवस्था को सुविधाजनक बनाने के लिए सरस्वती ई-कंटेंट डेवलपमेंट सेंटर स्थापित किया है। सेंटर के अंतर्गत लेक्चर कैप्चरिंग सुविधा (एलसीएफ) विकसित की है जो संकाय सदस्यों को उनके व्याख्यान उच्च गुणवत्ता के ऑडियो-वीडियो फॉर्मेट में रिकॉर्ड करने की सुविधा देगा। सरस्वती ई-कंटेंट डेवलपमेंट सेंटर का शुभारंभ कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर की उपस्थिति में किया गया, जिन्होंने सेंटर की कार्यक्षमता का गहन मूल्यांकन भी किया। इस सुविधा को प्रो कोमल कुमार भाटिया और डॉ. नीलम दुहान की देखरेख में यूनिवर्सिटी कंप्यूटर सेंटर और डिजिटल अफेयर्स प्रकोष्ठ द्वारा विकसित किया गया है। इस मौके पर चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव प्रो. भगवान सिंह भी उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. तोमर ने शिक्षा में बदलाव लाने में प्रौद्योगिकी की भूमिका का महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में ऑनलाइन शिक्षा को विशेष बल दिया गया है। उन्होंने ऑनलाइन शिक्षा और ओपन डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) को बढ़ावा देने की विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि यह सुविधा शैक्षिक पहुंच को व्यापक बनाने और समावेशिता को बढ़ावा देने में मददगार होगी। प्रो. तोमर ने आशा जताई कि सरस्वती ई-कंटेंट डेवलपमेंट सेंटर द्वारा सृजित शैक्षिक सामग्री में गुणवत्ता और नवाचार के उच्चतम मानकों को कायम रखा जायेगा। इस कार्यक्रम में डीन (अकादमिक) प्रो. आशुतोष दीक्षित, डीन (विज्ञान) प्रो. नीतू गुप्ता, निदेशक (आरएंडडी) प्रो. मनीषा गर्ग, कंप्यूटर इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष प्रो. अतुल मिश्रा, निदेशक (यूसीसीडीए) डॉ. नीलम दुहान, डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ. पी.एन. बाजपेयी, डिप्टी सीओई डॉ. विनोद कुमार तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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