अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:हरियाणा राज्य विज्ञान,नवाचार तथा प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा जे.सी.बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए,फरीदाबाद के भौतिकी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सोनिया बंसल की एक अनुसंधान एवं विकास परियोजना के लिए 32.80 लाख रुपये की फंडिंग को स्वीकृति प्रदान की गई है। परिषद ने ऊर्जा संचयन उपकरणों के लिए सक्रिय कार्बन पर आधारित अनुसंधान और विकास परियोजना को स्वीकृति दी है,
जिसमें डॉ.सोनिया बंसल प्रधान अन्वेषक के रूप में तथा भौतिकी विभाग में सहायक प्रोफेसर अमन जोशी सह-प्रधान अन्वेषक के रूप में काम करेंगे। फंडिंग का उद्देश्य युवा वैज्ञानिकों और अन्वेषकों के ऐसे नवीनतम अनुसंधान विचारों को प्रोत्साहित करना है जो राज्य के विकास के लिए प्रत्यक्ष प्रासंगिकता रखते हैं। यह परियोजना सतत एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के उत्पादन पर आधारित है। बायोमास से उत्पन्न कार्बन विभिन्न प्रक्रियाओं के माध्यम से प्राकृतिक उत्पादों को परिवर्तित करके बनते हैं। यह अनुसंधान बायोमास के अपशिष्ट अवयवों के सुरक्षित पुनर्चक्रण की कठिनाइयों को दूर करेगा तथा निकट भविष्य में ऊर्जा की आवश्यकता को पूरा करेगा।
कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने डॉ. सोनिया बंसल को उनकी शोध फंडिंग के लिए बधाई दी और कहा कि फंडिंग निश्चित रूप से विश्वविद्यालय में अनुसंधान गतिविधियों को बढ़ावा देगी और ऊर्जा उत्पादन और पर्यावरण प्रदूषण से संबंधित मुद्दों का तकनीकी समाधान प्रदान करेगी। कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग ने भी डॉ. बंसल को भी बधाई दी है। अनुसंधान परियोजना को दो वर्षों की अवधि के लिए निधियन स्वीकृत किया गया है।
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