अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : मेरी पत्नीं को मृतक असरफ अली का भाई मंसूर अली बहला फुसला कर अपने साथ भगा कर ले गया। फिर उसे फोन से वीडियो कालिंग करके उससे मजे लेता था। दूसरी तरफ दोनों बच्चों को पालना उसके लिए मुश्किल हो गया था। इसलिए उसने मंसूर अली के भाई असरफ अली की चाकुओं से गर्दन काट कर हत्या कर दी और उसकी लाश को गटर में डाल दी और उसके ऊपर प्लास्टिक के कट्टे में भारी भरकम चीज डाल कर उसके ऊपर डाल दी जिससे उसकी लाश किसी और को मिले ही नहीं और उसका जुर्म हमेशा के लिए गटर में दफ़न हो जाए। ऐसे ही एक मामले में डीएलएफ क्राइम ब्रांच ने एक शख्स को गिरफ्तार किया हैं। यह खुलासा आज डीसीपी क्राइम लोकेंद्र सिंह ने आज अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस किया।
डीसीपी क्राइम लोकेंद्र सिंह ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि दो दिन पूर्व सेक्टर -56 के गांव प्रतापगढ़ के पास एक गटर से एक शख्स की लाश बरामद की गई थी जिस पर थाना सेक्टर -58 में मुकदमा नंबर- 562 दर्ज किया गया था और उसमें भारतीय दंड सहिंता की धारा 302 व 201 को दर्शाया गया था। इसके बाद इस मुकदमे की आगे की जांच के लिए डीएलएफ क्राइम के प्रभारी नवीन कुमार को सौपी गई थी। उनका कहना हैं कि जब प्रभारी नवीन कुमार के नेतृत्व में बनी टीम ने इस केस की गहनता से जांच शुरू की तो उसके पड़ोस में रहने वाला सतेंद्र कुमार निवासी गांव रामपुर,थाना शिकार पुर,जिला बुलंदशहर,उत्तरप्रदेश हाल मकान नंबर -10605 ,गली न. 331 ,ब्लॉक इ ,संजय कालोनी ,फरीदाबाद पर जाकर अटक गई। जांच टीम ने जब सतेंद्र कुमार को हिरासत में लेकर गहनता से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया ।
उनका कहना हैं कि आरोपी सतेंद्र कुमार ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि मंसूर अली जोकि असरफ अली का भाई हैं वह मेरी पत्नीं को कई दिन पूर्व बहला फुसला कर भगा कर ले गया जिसकी शिकायत उसने एक मुकदमा स्थानीय थाने में दर्ज करवाया हुआ हैं। उसके दो बच्चे हैं जिनमें एक विकलांग बेटा हैं और एक उसकी लड़की हैं, जिसकी वजह से वह काफी परेशान रहता था। इसके बाद मंसूर अली अपने मोबाइल फोन से वीडियो कालिंग करके उस से मजे लेता था जिसकी शिकायत उसने कई बार मंसूर अली के परिवार से की थी पर हर बार वह लोग उसे सिर्फ दिलासा ही देते थे और उसकी पत्नीं को लाने में सहायता नहीं करते थे। इस लिए उसके दिमाग में मंसूर अली व उसके परिवार के प्रति उसका गुस्सा काफी बढ़ गया। फिर उसने उसके भाई असरफ अली को मारने की साजिश रच डाली। उनका कहना हैं कि आरोपी सतेंद्र कुमार ने सोची समझी साजिश के तहत असरफ अली को दारु पार्टी के लिए आमंत्रित किया जिसके लिए असरफ अली तैयार हो गया।
आरोपी सतेंद्र ने साजिश के तहत असरफ अली को 29 अगस्त को कंपनी से लेने के लिए छुट्टी के वक़्त उसके कंपनी पहुंच गया और उसके दारू पार्टी के लिए दोनों एक साथ सेक्टर -56 के एक खाली प्लाट में गटर के पास पहुंच गए और उसके पास चाकू पहले से ही था, मछली के पकोड़े मछली मार्किट, मुजेसर से उसने खरीद ली थी। उनका कहना हैं कि इसके बाद उसने असरफ अली को खूब शराब पिलाई जब रात के नौ बज गए और वहां से लोगों का गुजरना बंद हो गया, उस समय वह पेशाब करने के बहाने वहां से उठा और कुछ ही देर के बाद पीछे से आकर उसने असरफ अली का गला काट दिया जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई, फिर उसकी लाश को वहीँ के गटर में डाल दिया। इसके लाश को दबाने के लिए उसने प्लास्टिक के कट्टे में भरी भरकम चीज डाल कर उसके ऊपर रख दिया ताकि उसकी लाश पानी में ऊपर न रहे,अगर ऐसा हुआ तो लोग उसे देख लेंगें और इस हत्या का भंडा फुट जाएगा। उनका कहना हैं कि आरोपी सतेंद्र कुमार को आज अदालत में पेश किया जाएगा।