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फरीदाबाद

फरीदाबाद :क्या एक दिन में इतने अवैध निर्माण बने हैं : ओल्ड नगर निगम में एक दिन पहले तोड़ फोड़ की जिम्मेदारी,दूसरे दिन सस्पेंड कर दिया।


अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम के अधिकारीयों के नजर के सामने शहर भर में बड़े -बड़े दर्जनों शॉपिंग काम्प्लेक्स व दुकानें,तोड़े गए कई बिल्डिंगें अवैध रूप से बन कर तैयार हो चुकी हैं पर आज तक तो नगर निगम के अधिकारीयों ने उनके के खिलाफ तो कोई कार्रवाई नहीं की, जो भी किया वह अपने बचाव के लिए किया। एक दिन पहले ही ओल्ड जॉन के तोड़फोड़ विभाग में एक बिल्डिंग इंस्पेक्टर सुरेंद्र हुड्डा का तबादला किया गया और वह बिल्डिंग इंस्पेक्टर 4 सितंबर को तोड़फोड़ विभाग में ज्वाइन भी कर लिया पर बिल्डिंग इंस्पेक्टर सुरेंद्र हुड्डा को 5 सितंबर को उनकी बहन के घर पंजाब से बहुत ही इमर्जेंसी खबर आ गई, जिसमें उन्हें जाना बहुत जरुरी था और वह 6 सितंबर को अपने परिवार के साथ पंजाब चले गए। एक दिन छुट्टी जाने की सूचना उन्होने सिविल एसडीओ जगदीश अरोड़ा,तोड़फोड़ विभाग के एसडीओ ओ. पी. मोर को दे दी थी।
एसडीओ ओ.पी मोर ने उनसे कहा भी था कि घर में इमरजेंसी हैं बेशक चला जा पीछे मैं देख लूंगा। इसके अलावा कार्यकारी अभियंता ॐ वीर व ओल्ड जॉन के जॉइंट कमिश्नर आशुतोष राजन को भी फोन किया पर उन्होनें अपना फोन नहीं उठाया वावजूद इसके उन्हें पीछे से सस्पेंड कर दिया गया। यह कहा का न्याय हैं, क्या किसी के परिवार में क्या गारंटी है कि इमरजेंसी नहीं आ सकती हैं। निलंबित बिल्डिंग इंस्पेक्टर सुरेंद्र हुड्डा का कहना हैं कि उनकी पोस्टिंग नगर निगम विभाग के सिविल विभाग में काफी समय से हैं और 4 -5 दिन पहले ही ओल्ड जॉन के तोड़फोड़ विभाग में तबादला किया हैं व उनके पास दोनों विभागों का चार्ज हैं ,जिसमें उन्होनें 4 सितंबर को तोड़फोड़ विभाग में ज्वाइन कर लिया। इसके बाद 5 सितंबर को उनकी बहन के यहां पंजाब से इमरजेंसी फोन आ गया जिसमें उन्हें अपने परिवार सहित 6 सितम्बर को जाना बहुत जरुरी था। उनका कहना हैं कि सिविल विभाग में उनका एसडीओ जगदीश अरोड़ा हैं उनसे लिखित दरखास्त देकर एक दिन की छुट्टी ले ली। इसके बाद ओल्ड जॉन के तोड़फोड़ के एसडीओ ओ.पी मोर को भी फोन पर अपनी पारिवारिक समस्या के बारे में बताया जिस पर एसडीओ ओ.पी मोर ने मुझे एक दिन के लिए जाने की इज्जात दे दी और उन्होनें कहा कि मैं पीछे से देख लूंगा यह आश्वाशन दिया था, अब कहते हैं कि तोड़फोड़ में ज्वाइन नहीं किया। उनका कहना हैं कि इसके बाद उन्होनें कार्यकारी अभियंता ॐ वीर को भी फोन किया पर उन्होनें अपना फोन नहीं उठाया फिर उन्होनें अपने जॉइट कमिश्नर आशुतोष राजन को भी फोन किया पर उन्होनें अपना फोन नहीं उठाया फिर एसडीओ जगदीश अरोड़ा के एक दिन की छुट्टी के मंजूर किए दरखास्त को नगर निगम के व्हाट्सप्प ग्रुप में पोस्ट कर दिया ताकि सभी अधिकारीयों के जानकारी में एक दिन की छुट्टी 6 सितंबर को जाने बात सामने आ जाए। वह अपने परिवार के साथ वीरवार 6 सितंबर को पंजाब चले गए फिर उन्हें पीछे से सस्पेंड कर दिया गया। क्या यह उचित हैं। वहीँ,जॉइंट कमिश्नर आशुतोष राजन का कहना हैं कि नव नियुक्त बिल्डिंग इंस्पेक्टर सुरेंद्र हुड्डा ने उन्हें कोई फोन नहीं किया, अगर फोन किया होता तो उनसे जरूर बात हुई होती, पर यह बात गलत हैं और जो भी बातें हैं वह अपने चार्जसीट के वक़्त बता देगा। उधर,कार्यकारी अभियंता ओमवीर सिंह का कहना हैं कि कनिष्ठ अभियंता सुरेंद्र हुड्डा से छुट्टी की बात उन से बिल्कुल नहीं हुई ,पर एसडीओ जगदीश अरोड़ा से एक दिन की छुट्टी के आर्डर करा कर मेरे टेबल पर जरूर रखा हुआ हैं पर वह रविवार 6 सितम्बर को पूरे दिन पल्ला क्षेत्र में हुई तोड़फोड़ में थे। इस लिए उसकी दरखास्त को नहीं दे पाए थे, आज देखे है । इस मामले में ओल्ड जॉन के तोड़फोड़ विभाग के एसडीओ ओ. पी मोर का कहना हैं कि कनिष्ठ अभियंता सुरेंद्र हुड्डा का उनके पास फोन जरूर आया था और उसने उनसे कहा भी था कि वह एक दिन की छुट्टी जाना चाहता हैं तो उन्होनें उससे कहा कि फिर चला जा। उनका कहना हैं कि वह तोड़फोड़ में ज्वाइन नहीं किया हैं,वैसे भी जहां जाना चाहता हैं बेशक चला जा। जबकि कनिष्ठ अभियंता सुरेंद्र हुड्डा का कहना हैं कि एसडीओ ओ. पी. मोर झूठ बोल रहे हैं, कि वह तोड़फोड़ विभाग में ज्वाइन नहीं किया हैं। उन्होनें 4 सितंबर को ही तोड़फोड़ विभाग में ज्वाइन कर ली थी बल्कि उन्होनें जॉइनिंग की डायरी भी कराई हुई हैं।
ओल्ड जॉन में जगह -जगह अवैध रूप से शॉपिंग काम्प्लेक्स व दुकानें बन रही हैं जोकि कई दिनों से बन रहीं हैं और इसके बारे में सम्बंधित विभाग के तक़रीबन सभी अधिकारियों को भली भाति मालूम हैं। वावजूद इसके नगर निगम ने बन रहे अवैध निर्माणों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की पर एक दिन पहले आए बिल्डिंग इंस्पेक्टर सुरेंद्र हुड्डा को सस्पेंड कर दिया गया। कमिश्नर मोहम्मद साइन को चाहिए कि इसके पहले के जो भी अधिकारी गण हैं उसके खिलाफ भी कार्रवाई करनीं चाहिए पर वह कार्रवाई शायद ही करेंगें। इस वक़्त सेक्टर -29 पुल से थोड़ा आगे वजीर पुर रोड पर आठ दुकानें, गोपी कालोनी चौक काफी बड़ा शॉपिंग काम्प्लेक्स, भूड़ कालोनी में बेसमेंट, नेशनल हाइवे -2 पर काफी बड़ा शॉपिंग काम्प्लेक्स अवैध रूप से बना ली गई हैं और अभी निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। जिसकी सूचना तोड़फोड़ विभाग के कार्यकारी अभियंता दीपक किंगर व एसडीओ ओपी मोर को अथर्व न्यूज़ ने दे दी थी पर आज तक नगर निगम ने कोई कार्रवाई नहीं की,यह दुकाने बिल्डरों के द्वारा बनाई गई हैं। इनकी कुछ तस्बीरें लगाई गई हैं आप देख सकतें हैं।

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