अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद :शहर भर में बच्चियों के साथ लगातार बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं में कमी लाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के जरिए बच्चियों को कैसे सुरक्षित रखें, बेटों को भी कैसे सुरक्षित रखा जाए, इससे जुड़े कानूनी नियमों के बारे में लोगों को जानकारी दिए जाएगें ताकि कोई लड़का इस संगीन वारदात को अंजाम देने से बचें। इस मामले में एनआईटी डीसीपी नितिका गहलौत का कहना हैं कि उनकी प्रथामिकता हैं कि बच्चियों को सुरक्षित रखना हैं और लड़कों को इस संगीन जुर्म को करने से रोकना हैं। इसके लिए वह शहर भर में जागरूकता अभियान चलाएगें हैं,इस जागरूकता अभियान का हिस्सा कोई भी एनजीओ, स्कूल ,कॉलेजों से जुड़े व अच्छे लोग जुड़ना चाहते हैं, वह लोग उनसे सीधा जुड़ सकतें हैं। इससे जुड़े चित्रों को दीवारों पर दर्शाया जाएगा , फिल्मों के जरिए किए गए जुर्म के हसरत करने के बारे में बताया जाएगा, नुक्क्ड़ सभाएं की जाएगीं।
एनआईटी डीसीपी नितिका गहलौत का कहना हैं कि शहर में बच्चियों के साथ छेड़खानी व दुष्कर्म की घटनाओं का बढ़ना काफी चिंता का बिषय हैं,जैसा कि मालूम हैं कि 12 साल तक की बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने पर कानून काफी सख्त हैं। ऐसे में बेटी -बेटा को सुरक्षित रखना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती हैं। इसलिए शहर में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा,जो लोग इस जागरूकता अभियान का हिस्सा बनना चाहते हैं, वह लोग उनके साथ जुड़ना चाहते हैं, वह लोग जुड़ सकतें हैं। बतातें हैं कि पहले के वक़्त में सरकार का नारा था कि हम दो हमारे दो ताकि प्रत्येक परिवार के घरों में खुशहाली बनी रहे, उस वक़्त न इतने न्यूज़ चैनल थे,नाही इनरटेन्मेंट चैनल थे, ना ही इतने सारे अख़बार थे, सोशल मीडिया का तो मतलब ही नहीं था। ऐसे में लाजमी हैं कि आज के मुकाबलें में उस समय के लोग जागरूक नहीं रहे होंगें और आज के वक़्त में इन सब की तादाद कहीं जाएदा हैं,उनका कहना हैं कि वह सामाजिक संस्थाओं, स्कूलों ,कॉलेजों व आरडब्लूए के साथ मिल कर ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने की कोशिश करेंगें, पोस्को एक्ट के बारे में कुछ दृश्यों के साथ आमजनों को जागरूक करेंगें, फिल्मों व नाट्य के जरिए स्लम बस्तियों, अवैध कालोनियों में इस अभियान को तेजी के साथ चलाए जाएगें,ऐसे अभियान में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।