अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : ग्रीन फील्ड कालोनी में बिल्डरों द्वारा किए जा रहे अवैध निर्माणों का सिलसिला थमने का नाम ले रहा हैं,शिकायतकर्ता चाहे कितने भी शिकायतें डीटीपी इंफोर्स्मेंट कार्यालय से कर लें पर उन्होनें प्रण ले रखा हैं कि वह अवैध निर्माणों को बनवा कर ही रहेंगें। इस मामले में डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार को फोन कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की पर उन्होनें अपना फोन नहीं उठाया।संभवता हैं कि कहीं -कहीं उनकी व्यस्था होगी। वैसे भी उनको अपने विभाग के खिलाफ खबर मीडिया में छपे बिल्कुल पसंद नहीं हैं, क्यूंकि प्रदेश सरकार से लेकर जिला प्रशासन के तक़रीबन अधिकारीयों को सिर्फ उनकी उपलब्धि की खबर पसंद हैं और डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार इससे अलग नहीं हैं।
सुंदर भड़ाना का कहना हैं कि वह ग्रीन फील्ड कॉलोनी के ब्लॉक ए के मकान नंबर -2584 में रहते हैं इन दिनों ग्रीन फील्ड कालोनी में अवैध निर्माणों की बाढ़ आई हुई हैं,जिसे देखों वहीँ लोग ग्रीन फील्ड कालोनी में अवैध निर्माण बना कर,धोखे से ग्राहकों को 50 से 60 लाख रूपए में बेच देते हैं और बाद ग्राहकों को मालूम होता हैं कि जिन फ्लैटों को उन्होंने 50 से 60 लाख रूपए में ख़रीदा हैं वह फ्लैट गैर कानूनी तरीकों से बना हुआ हैं। उनका कहना हैं कि यह सभी के सभी निर्माण जिला नगर योजना कार इंफोर्स्मेंट की मिलीभगत से हो रहा हैं।
उनका कहना हैं कि जरा सा पैसे की लालच में यह संबंधित अधिकारी लोग आम लोगों की जीवन भर के पूंजी को बिल्डर लोग लूट लेते हैं। उन्होनें कहां कि बीते 25 जुलाई -2017 को जिला नगर योजनाकार इंफोर्स्मेंट कार्यालय को रिमाइंडर दिया था कि उनकी दिए गए शिकायतों पर अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गईं जिसमें प्लाट नंबर -3560, 3589, 2299, 3104 ,3105,3362, 3609 ब्लॉक सी, 2309, 2275, 2207, 530 ब्लॉक बी में चल रहे अवैध निर्माणों के बारे में बताया था। atharv news से जई सूरज कत्याल ने फिर से सूंदर भड़ाना द्वारा दिए गए रिमांडर को मंगवा लिया हैं और atharv news ने उस दरखास्त की कॉपी को उन्हें सौप दिया। जई सूरज कत्याल ने atharv news को फिर से जांच का भरोसा दिया हैं। इस संबंध में जई सूरज कत्याल से बात की गई तो उनका कहना हैं कि सूंदर भड़ाना ने 10 से अधिक बिल्डरों द्वारा किए अवैध निर्माणों की शिकायत की हैं, जिसमें जांच की गई थी, जिनमें कई बिल्डरों द्वारा किए जा रहे निर्माणों का नक्सा पास हैं, प्लाट नंबर 3104 -3105 में कुछ खामियां मिली थी इस पर उन्होनें उन बिल्डरों को नोटिस दे दिया था।