अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: दिल्ली के ख़याला ट्रिपल मर्डर केस को दिल्ली सरकार जिस तरह नजरअंदाज कर रही है उसे देख लगता है कि दिल्ली सरकार भी जाति धर्म की राजनीति करने लगी है। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एल एन पाराशर का जिन्होंने कहा कि उस पीड़ित परिवार की मदद अब दिल्ली पुलिस कर रही है और उन्हें जानकारी मिली है कि दिल्ली पुलिस की डीसीपी मोनिका भारद्वाज अपने पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर मार्केट वेलफेयर और रेजिडेंट वेलफेयर की मदद से एक धन राशि इकट्ठा कर दोनों बच्चों को सुपुर्द किया है। पाराशर ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने पूरे देश को एक नया सन्देश दिया है साथ में नेताओं को आइना दिखाया है।
पाराशर ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश के अन्य राज्यों में अगर कोई घटना एक समुदाय के साथ होती है तो केजरीवाल या उनका कोई मंत्री वहाँ बहुत जाते हैं और मदद का एलान करते हैं लेकिन दिल्ली में उनकी ही सरकार है और एक हफ्ते पहले एक परिवार पर हमला कर तीन लोगों की जाने ले ली गई और पूरी सरकार खामोश है। पाराशर ने कहा कि दिल्ली पुलिस अब उन बच्चों की आर्थिक मदद कर रही है जो काबिले तारीफ़ है। पाराशर ने कहा कि दिल्ली सरकार जेएनयू के देश द्रोह के आरोपियों का बचाव कर रही है और चार्जशीट पर हस्ताक्षर नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि देश द्रोहियों का साथ देने वाले भी देशद्रोही होते हैं और मैं मांग करूंगा कि केजरीवाल पर भी देश द्रोह का मामला दर्ज किया जाए।
पाराशर ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश के अन्य राज्यों में अगर कोई घटना एक समुदाय के साथ होती है तो केजरीवाल या उनका कोई मंत्री वहाँ बहुत जाते हैं और मदद का एलान करते हैं लेकिन दिल्ली में उनकी ही सरकार है और एक हफ्ते पहले एक परिवार पर हमला कर तीन लोगों की जाने ले ली गई और पूरी सरकार खामोश है। पाराशर ने कहा कि दिल्ली पुलिस अब उन बच्चों की आर्थिक मदद कर रही है जो काबिले तारीफ़ है। पाराशर ने कहा कि दिल्ली सरकार जेएनयू के देश द्रोह के आरोपियों का बचाव कर रही है और चार्जशीट पर हस्ताक्षर नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि देश द्रोहियों का साथ देने वाले भी देशद्रोही होते हैं और मैं मांग करूंगा कि केजरीवाल पर भी देश द्रोह का मामला दर्ज किया जाए।
आपको बता दें कि ख़याला हत्याकांड में आजाद नाम के एक शख्स ने पति-पत्नी और उनके बड़े बेटे की दर्दनाक हत्या कर दी थी। आजाद ने घर पहुंच कर तीनों का कत्ल कर दिया था। इस जघन्य हत्याकांड में दो छोटे-छोटे दो भाई बहन अनाथ हो गए हैं। जिनकी मदद के लिए सोशल मीडिया पर अपील की गई और सबसे पहले दिल्ली पुलिस उन बच्चों की मदद के लिए आगे आई। दिल्ली पुलिस की डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने दोनों बच्चों के नाम पर अलग अलग बैंक अकाउंट खुलवाकर पासबुक हैंड ओवर किया। अब जो भी सहायता राशि आएगी वह इस अकाउंट में पहुंचेगी, इससे इन रुपयों का दुरुपयोग नहीं हो सकेगा।