अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : खेड़ीपुल थाना जो बना हैं असल में वह थाना खेड़ीपुल से कोसों दूर हैं जी हैं दरअसल में जरुरत मंद लोगों को जरुरत के वक़्त इस थाने का लाभ नहीं मिल पा रहा हैं सही बात तो यह भी हैं कि पानी की टंकी पर बने इस थाने में तैनात पुलिस कर्मी को भी किसी मामले में अपना भी कोई मुकदमा दर्ज करवाना पड़े हो तो उन्हें भी भूपानी थाने में जाना पड़ेगा। बतातें हैं कि खेड़ीपुल थाना के आसपास में कोई हादसा हो जाए तो वह कुछ नहीं कर सकती।
क्यूंकि वह उनका अपना इलाका नहीं हैं इसके लिए भूपानी थाना से पुलिस के आने का इंतजार करना पड़ेगा। इस मामले में पुलिस कमिश्नर हनीफ कुरैशी का कहना हैं कि खेड़ीपुल थाना के लिए जमीनों को अभी देख रहे हैं और सरकार से इस थाने के निर्माण के लिए अभी पैसा आना हैं के बाद ही थाना क्षेत्र में खेड़ी पुल थाना को बनवाया जाएगा। उनका कहना हैं कि यह थाना फ़िलहाल काम चलाने हेतु बनवाया गया हैं। माना जा रहा कि इस थाना को जिस मक़सद के लिए बनाया गया हैं। उसका फायदा जीरो प्रतिशत लोगों को भी नहीं मिल पा रहा हैं। गलत स्थान पर थाना खोलने की वजह से सिर्फ आमजन ही परेशान नहीं हो रहे हैं बल्कि इस थाने में तैनात पुलिस कर्मी भी काफी परेशान हैं।
आमजनों की शिकायतें मिलने के बाद जब atharv news खेड़ीपुल थाना पहुंच कर देखा तो लोगों की शिकायतों में काफी सच्चाई नजर आई। इस छानबीन में यह मालूम हुआ की थाना क्षेत्र से तक़रीबन तीन किलों मीटर दूर हैं खेड़ीपुल थाना और यह थाना भूपानी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता हैं। इस थाने में जरुरत मंद लोगों को पहुंचने के लिए साधन की कोई ब्यवस्था नहीं हैं न ही वहां रिक्सा पहुंच पाता हैं न ही वहां के लिए कोई ऑटो चलता हैं। यह शब्द उन सभी लोगों के लिए हैं जिनके जेब में पैसे भरे हैं वावजूद इसके उन लोगों को थाने में पहुंचने में काफी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा हैं। जिसके जेब में बिल्कुल पैसे न हो और उसके साथ गलती से भी कोई घटनाएं घट जाती हैं तो आप जरा सोचिए उसका क्या होगा।
देखा गया हैं कि खेड़ीपुल थाना के प्रांगण में एक बड़ा सा पानी का टंकी बना हुआ हैं और इसके आगे -पीछे पानी का मोटा -मोटा पाइप लाइन बिछा हुआ हैं अगर पानी की पाइप लाइन जब भी फटेगी तो जरा सोचिए क्या होगा इस थाने वालों को सहायता व कार्रवाई के लिए भूपानी थाने में फोन करके पुलिस कर्मी को बुलाना पड़ेगा। क्यूंकि यह एरिया थाना खेड़ीपुल का हैं नहीं। मालूम हुआ हैं कि इस थाने के मालखाने में फ़िलहाल चाय बनाया जा रहा हैं और हवालात में मालखाना बना रखा हैं। यह भी पता चला हैं कि किसी भी मुजरिम को बंद करना हो तो और थानों के हवालात में बंद करना पड़ता हैं। पुलिस कर्मियों ने बातचीत के दौरान बताया कि इस थाने में महिला पुलिस कर्मियों के ठहरने के लिए एक भी कमरा नहीं हैं और ना ही उनके लिए यहां पर शौचालय की ब्यवस्था हैं और उन लोगों की जरुरत पड़ने पर स्पेशल गाडी से लेकर आना और उन्हें वापिस छोड़ना पड़ता हैं।
यहां पर पुलिस कर्मी व आमजनों की समस्याओं की अंबार हैं।इससे न जाने कब आमजनों को निजात मिलेगी। लोगों का कहना हैं कि खेड़ीपुल से थाना खेड़ीपुल से तक़रीबन 5 -6 किलों मीटर दूर हैं ऐसे में झगड़े के दौरान टूटे फूटे हालत में लोग खेड़ीपुल के समीप आते हैं कि खेड़ीपुल थाना यहां होगा परयहां आने के बाद मालूम पड़ता हैं कि खेड़ीपुल थाना सेक्टर -85 में हैं।लोगों का कहना हैं कि सरकार आमजनों की जरुरत को देखते हुए खेड़ीपुल थाने को उसी थाने के क्षेत्र में जल्द से जल्द हस्तांतरित कर दें जिससे आप लोगों को इसका फायदा मिल सकें।