अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: नगर निगम की निगमायुक्त अनीता यादव ने पुलिस प्रदूषण के खतरे को भांपते हुए हरियाणा सरकार के दिशा -निर्देश के अनुसार निगम क्षेत्र में पॉलीथिन के कैरी बैग व प्लास्टिक के अन्य प्रतिबंधित सामानों के प्रयोग करने व बेचने पर रोक लगाने के लिए निगम अधिारियों को सख्त निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने दुकानदारों से भी अपील की है कि वे स्वयं ही उक्त प्रतिबंधित सामगी का प्रयोग करना बंद कर दें नही तो उनके खिलाफ दंडात्मक या कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
निगमायुक्त अनीता यादव ने बताया कि मानव जाति, प्राणी जगत व पेड़ पौधों के लिए अभिशाप बने पॉलीथिन प्रदूषण के खतरे को भांपते हुए हरियाणा सरकार,शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने 1998 के तहत दिनांक 20.अगस्त .2013 को अधिसूचना जारी कर फरीदाबाद नगर निगम क्षेत्र में पालीथिन कैरी बैग और अन्य सामान जैसे रिसाईकलिड प्लास्टिक के प्लेट,कप, चम्मच कांटे, पतल व गिलास बनाने, बेचने, स्टॉक करने व इनका प्रयोग करने पर पूर्ण पाबंदी लगाई है, केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने देश के अन्य राज्यों में अधिकृत 8 उत्पादकों-विक्रेताओं को ही कम्पोस्टेबल (गलने वाले) कैरी बैग व उत्पाद को बेचने के लिए अधिकृत किया हुआ है। निगमायुक्त ने स्वस्थ्य फरीदाबाद-स्वच्छ फरीदाबाद के अन्तर्गत बताया कि बाजार से समान उठाकर लाने की सहूलियत देने वाली पॉलीथीन न केवल हमारे पर्यावरण के लिए बहुत हानि कारक है ,
बल्कि जानलेवा भी साबित हो रही है। पालीथिन का प्रयोग करने से न केवल पर्यावरण ही दूषित होता है, अपितु आमजन स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है। पालीथिन से निकलने वाली गैसें हवा के साथ मिलकर उसे जहरीला बनाती है। गंदे नाले, नालियां व सीवरेज में फेंके जाने पर ये जाम जैसी स्थिति भी उत्पन्न करती है। उन्होंने बताया कि कई आम जन धर्म के नाम पर पुण्य कमाने के चक्कर में गाय व अन्य जानवरों को पॉलीथीन में लिपटी रोटी, सब्जी, फल आदि भी डाल देते है जिससे उनकी आंतों में रूकावट पैदा हो जाती है और वो बेजुवान जानवर बीमारियों की चपेट में आकर दम तोड़ देते है। निगमायुक्त अनीता यादव ने शहर के सभी नागरिकों, बुद्धिजीवियों, व्यापारियों, सामाजिक शैक्षणिक, राजनैतिक व धार्मिक संस्थाओं, दुकानदारों, एनजीओ, मजदूर व कर्मचारी संगठनों, व आरडब्ल्यूए से अपील की है कि अभियान के तहत नगर निगम क्षेत्र को पॉलीथीन-मुक्त करने में निगम का सहयोग करें, ताकि आम जन स्वच्छ जीवन जी सकें।