
अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरूग्राम : रयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रदुमन हत्या के मामले में अभिभावकों द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान मीडिया कर्मियों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने को लेकर आज फोटो जर्न लिस्ट को जान बुझ कर निशाना बनाने वाले पुलिसकर्मियों को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए।पत्रकारों पर लाठीचार्ज शासन व प्रशासन के ओछी मानसिकता को दर्शाता हैं, जो पिछलें तीन सालों में विफलता का ठिकड़ा मीडिया पर फोड़ने का काम किया हैं।
इस प्रकरण में फरीदाबाद फोटो जर्निलस्ट एसोसिएशन के प्रधान सुभाष शर्मा ने का कहना हैं कि पत्रकार आम आदमी की आवाज हैं जिसे दबाने के लिए शासन व प्रशासन ने पुलिस कर्मियों से फोटो जर्नलिस्टों पर लाठीचार्ज करवाया हैं जिसमें कई फोटो जर्नलिस्ट को गंभीर चोट आई और उनके कैमरों को जानबूझ कर तोड दिया हैं, उनका कहना हैं कि ऐसी घटनाएं प्रदेश में पहली बार नहीं हुई है इससे पहले भी हरियाणा में ऐसी घटनाएं फोटो जर्नलिस्ट के साथ घटित होती रही है।

उनका कहना हैं कि सरकार इस तरफ अवश्य ध्यान दें और जिन -जिन फोटोग्राफरों व पत्रकारों को चोट आई है और उनके कैमरे तोड़े गए हैं उनसे कर्मियों से सरकार माफ़ी मांगें और उसके बदले तुरंत प्रभाव से नए कैमरों को मुआवजा के तौर पर मुहैया करवाएं जाए। उनका कहना हैं कि केंद्र व प्रदेश में बीते चुनावों के वक़्त मिडिया के बारे में बड़ी -बड़ी बातें किया करते थे आज वहीँ लोग सत्ता पर विराजमान हैं और अब चुन -चुन कर एक मीडिया को अपना निशाना बना रहीं हैं ताकि अपनी मनमानी कर सकें। उनका कहना हैं कि सरकार की इस ओछी हरकत से उनके मानसिकता को दर्शाता है। इसका मतलब हैं खिस्यानी बिल्ली खंबा नोचने वाली कहावत चरितार्थ होती हैं अपने तीन सालों के कार्यकाल की विफलता का ठिकड़ा मीडिया कर्मियों पर फोड़ने का काम कर रहीं हैं।

