अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : लककरपुर के समीप एक छोटी नाले से एक दंपति को अपनी गाडी को निकलना का काफी महंगा पड़ गया, उनकी गाडी रेलवे अंडर पास (छोटे नाले ) में फंस गया, जिसमें बारिश का पानी काफी ऊंचाई तक भरा हुआ था ,पति तो किसी तरह कार के गेट से निकल कर बाहर तो निकल गया पर पत्नी नेहा उसी कार में काफी समय तक फंसी रहीं और पानी तेजी से गर्दन तक पहुंच गया। इस मुश्किल घड़ी में भगवान् बन कर आए लोगों ने भारी मशक्क्त के बाद, पत्नी नेहा दास को गाडी से बाहर निकाला। अगर थोड़ी देर और वह वहीँ पर फंसी रहती तो संभवता जिंदगी खत्म थी। नेहा दास का कहना हैं कि ग्रीन फील्ड कलोनी आरडब्लूए के प्रधान वीरेंद्र भड़ाना,सतीश जी ,दोनों ऑटो वालों व वहां के लोगों का दिल से शुक्रिया अदा करते हैं जिन्होनें मेरी जिंदगी बचाई, उस वक़्त यह सभी लोग भगवान बन कर आए थे जिस तरीके से वहां पर पानी अपनी ऊंचाई को छुए जा रहा था, ऐसे में मेरी जिंदगी खत्म की ओर तेजी से बढ़ती जा रहीं थी।
के. गांगुली का कहना हैं कि वह मकान न. 171, ब्लॉक बी, ग्रीन फील्ड कालोनी में रहते हैं, मेरे बेटे कुणाल गांगुली व बहु नेहा दास दोनों ही नौकरी करते हैं, ग्रीन फील्ड कालोनी के अंडर पास में बारिश का काफी पानी भरा हुआ था। इसके कारण वह आज सुबह करीब साढ़े 8 बजे नोएडा के लिए अपने फोर्ड गाडी में एक साथ निकले थे, कुणाल गांगुलीए का एक होटल में इंटरव्यू था, उनका कहना हैं कि यह दोनों लक्कड़पुर के रास्ते रेलवे अंडर पास जिसमें बारिश का पानी भरा हुआ था ( छोटी नाली कहा जाता हैं ) से एक सफ़ेद हाथी गाडी को निकलते हुए देख,उन्होनें सोचा की उनकी भी गाडी इस रास्ते से निकल जाएगी और उन्होनें अपनी गाडी को निकालने की कोशिश की, पर उनकी गाडी बीच पानी में बुरी तरह से फंस गया और गाडी के अंदर काफी पानी भर गया जिससे कुणाल व नेहा का गाडी से निकला काफी मुश्किल हो गया। जैसे तैसे तो गाडी से कुणाल निकल गया पर नेहा गाडी में फंसी रह गई,वह काफी कोशिश करती रही बाहर निकलने की,
पर सारी कोशिशें बेकार हो गई, इस इलाके में कोई आदमी भी दूर -दूर तक नहीं दिखाई दे रहे थे, इस दौरान कुणाल ने पुलिस को फोन किया पर वहां पर कोई पुलिस कर्मी नहीं पहुंचा। इस बीच नेहा दास की घबराहट काफी बढ़ रहीं थी और पानी भी अपनी ऊंचाई छूने को बेताब था,फिर कुणाल गांगुली ने मुझे फोन कर घटना क्रम के बारे में बताया,उन्होनें इस बात को तुरंत आरडब्लूए के प्रधान वीरेंद्र भड़ाना को बताया और वह उसी वक़्त अपने एक दोस्त सतीश को साथ लेकर मौके पर पहुंच गए और उन सभी ने मिलकर पानी में फंसे गाडी को बहार निकालने की कोशिश की पर गाडी के अंदर पानी भरे होने के कारण गाड़ी को बाहर की तरफ खींचने में काफी दिक्कतें आ रहीं थी। फिर आरडब्लूए के प्रधान वीरेंद्र भड़ाना ने दो थ्री व्हीलर वालों को नेशनल हाइवे 2 टोल प्लाजा के पास से बुलाया जिसकों 500 -500 रूपए में तय किए गए थे और आसपास के झुग्गियों से लोगों को भी एकत्रित किए। उनका कहना हैं कि लोगों ने पानी में घूंस कर एक तरफ से गाडी को धक्का लगा रहे थे और दूसरी तरफ से दोनों थ्री व्हीलरों वालों ने गाडी को टूयूब बांध कर बाहर की ओर खींच रहे थे । इस तरीके से पानी में फंसे गाडी और उनकी बहु नेहा दास को बाहर निकाला गया।
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