अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: हरियाणा के उच्चतर शिक्षा एवं परिवहन विभाग के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि भारत में 22 जनवरी को पुनः भगवान श्रीराम ने अयोध्या मंदिर में प्रतिष्ठान किया है। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा फरीदाबाद में 75 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह ध्वजारोहण करते हुए कहा कि भारत विश्व में हमेशा ऋषि मुनियों के नाम से जाना जाता रहा है। कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने सबसे पहले सेक्टर-12 के शहीद स्मारक पर शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद हेलीपैड ग्राउंड में जिला स्तरीय 75 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह ध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण किया। इसके बाद उपस्थित लोगों को सम्बोधित किया।
तत्पश्चात परेड की सलामी ली। वहीं रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। विभिन्न विभागों और कंपनियों द्वारा झांकियों का प्रदर्शन किया गया। अंत में सामाजिक सरोकार के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले प्रशासनिक तथा पुलिस विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों तथा समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की टीमों के लिए मिठाई आदि के ढाई लाख रुपये की धनराशि देने की घोषणा के साथ सोमवार को छुट्टी करने का ऐलान किया। कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने योग्य स्वतंत्रता सेनानी व उनके परिजन, सम्मानित बुजुर्गों , माताओ, बहनों, नौजवान साथियों, जिला प्रशासन के अधिकारीगण, पत्रकार एवं छायाकार बंधुओं और प्यारे बच्चों को संबोधित करते हुए 75 वें गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर मैं आप सभी को हार्दिक बधाई और भकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आप सभी को गणतंत्र दिवस की पुनः बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ। आइए 75वें गणतंत्र दिवस के इस पावन अवसर पर हम अपनी महान संस्कृति परम्पराओं और उच्च नैतिक मूल्यों पर चलते हुए देश और प्रदेश को स्वच्छ, स्वस्थ, खुशहाल और विकसित बनाने के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लें। उन्होंने उपस्थित सभी स्वतंत्रता सेनानियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानियों को भी नमन करते हुए उन्होंने कहा कि जिनके अमर बलिदानों से हमें गणतंत्र दिवस मनाने का यह गौरवशाली अवसर प्राप्त हुआ है।कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि 74 वर्ष पहले सन 1950 में आज ही के दिन हमारा संविधान लागू हुआ था।
इसी संविधान के कारण हम सभी को समान न्याय, स्वतंत्रता एवं समानता का अधिकार मिला। आज इस अवसर पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सहित संविधान सभा के तमाम सदस्यों को नमन करता हूँ। आज का यह ऐतिहासिक दिन देषवासियों को एक मजबूत राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ने के लिए साहस और प्रेरणा देता है। इस दिन हम उन महापुरुषों को भी याद करते हैं, जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलवाने और भारतीय संविधान को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनकी बदौलत ही भारत आज एक गणराज्य देश कहलाता है। देश को आजादी दिलाने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, लाला लाजपत राय, सरदार बल्लभ भाई पटेल, डाॅ राजेन्द्र प्रसाद, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जैसे महापुरूषों और स्वतंत्रता सेनानियों ने कड़ा संघर्ष किया। वहीं शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्र शेखर आजाद और उधम सिंह जैसे क्रांतिकारियों के बलिदानों के कारण ही आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। हमारे महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत में ‘‘पूर्ण स्वराज‘‘ के लिए लम्बे समय तक संघर्ष किया है।
उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि उनकी आने वाली पीढ़ियां किसी की गुलाम बनकर न रहे और स्वतंत्र रूप से अपने अधिकारों का निर्वहन कर सके। मूलचंद शर्मा ने कहा कि भाइयो-बहनों हमारे देश के गणतंत्र ने देशवासियों को सामाजिक समरसता तथा जनप्रतिनिधित्व का अधिकार दिया है। स्वतंत्रता के बाद से ही भारत दुनिया में एक बड़ी ताकत के तौरपर अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहा है। इसका श्रेय हमारे उन राजनेताओं को, यहां के कर्मठ किसान-मजदूरों को, कारीगरों को तथा साईंसदानों को जाता है। जिन्होंने दिन-रात एक करके इस देश को विकास की गति प्रदान की। आज हमारा भारत देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चहुंमुखी प्रगति कर रहा है। कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि प्रभु श्री राम मंदिर का उद्घाटन भाईयों व बहनों सदियों की प्रतीक्षा और सदियों का अभूतपूर्व धैर्य, अनगिनत बलिदान, त्याग और तपस्या के बाद हमारे प्रभु श्री राम का मंदिर अयोध्या में स्थापित हुआ है।
हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों के फलस्वरूप 22 जनवरी, 2024 का सूरज देश में एक अद्भुत आभा लेकर आया है। इस दिन अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन के बाद से प्रतिदिन पूरे देश में उमंग और उत्साह बढ़ता ही जा रहा है। भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से देशवासियों को सदियों के धैर्य की धरोहर के रूप में श्रीराम का मंदिर मिला है। राम के इस काम में कितने ही लोगों ने त्याग और तपस्या की पराकाष्ठा दिखाई है। हम सब उन अनगिनत राम भक्तों के, उन अनगिनत कारसेवकों के और उन अनगिनत संत महात्माओं के भी ऋणी हैं। उन्होंने कहा कि देश की प्रगति के इस सफर में हरियाणा का भी महत्वपूर्ण योगदान है। मुझे यह कहते हुए गर्व है कि हरियाणा ने भी प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक विकास को नए आयाम प्रदान किए हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य एवं खेलों में हमने नई ऊंचाइयों को छूआ है। हमारी कितनी ही नीतियों और योजनाओं का देश के दूसरे राज्य अनुसरण कर रहे है। आज भी हरियाणा के नौजवान सेना में भर्ती होना अपनी शान समझते हैं। यही कारण है कि आज भारतीय सेना का हर दसवां जवान हरियाणा प्रदेश से है। हम अपने शहीदों के बलिदानों का कर्ज तो नहीं चुका सकते, लेकिन उनके परिजनों की देखभाल करके उनके प्रति सम्मान अवश्य जता सकते हैं। इस दिशा में हमने ‘सैनिक व अर्ध-सैनिक कल्याण विभाग‘ का गठन किया है। देश की सीमाओं की सुरक्षा करने वाले वीर सैनिकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूँ। आपको बताना चाहूंगा कि हमारी सरकार ने युद्ध के दौरान शहीद हुए हरियाणा के सैनिकों और अर्ध-सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दी है। इसी प्रकार, आई.ई.डी. बलास्ट में षहीद होने पर भी अनुग्रह राशि 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की गई है। अब तक शहीदों के 367 आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर नौकरी भी प्रदान की गई है। कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि ‘सुशासन से सेवा’ के संकल्प के साथ जनसेवा का दायित्व संभालने वाली वर्तमान सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘सबका साथ-सबका विकास’ और ‘हरियाणा एक-हरियाणवी एक’ के मूलमंत्र पर चलते हुए समस्त हरियाणा और प्रत्येक हरियाणवी की तरक्की और उत्थान के लिए निरंतर कार्य किया है। वर्ष 2024 को ’संकल्प से परिणाम’ वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। गीता के कर्म के संदेश की इस पावन हरि की भूमि के इतिहास में धार्मिक असहिष्णुता और हिंसा का कोई स्थान नहीं रहा है। इसी के अनुरूप हम प्रदेश में प्रेम, प्यार और भाईचारे की बयार बहाने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि साथियों हमारा प्रदेश हरियाणा सद्भाव, सौहार्द, समान विकास, समरसता के साथ-साथ उन बदलावों का साक्षी रहा हैं, जिनसे हर आदमी का जीवन सरल, सुगम और सुरक्षित हुआ है। हमने जनसेवा और जनता के बीच दीवार बन चुकी व्यवस्था को हमारी सरकार ने न केवल बदलने का काम किया है, बल्कि ऐसी व्यवस्था देने का प्रयास किया है, जिसमें जन-जन को योजनाओं और सेवाओं का लाभ सरल तरीके से प्राप्त हो सके। देश की आजादी से लेकर लम्बे समय तक गरीब कल्याण की बातें तो की जाती रही, लेकिन उनका लाभ पात्र व्यक्ति तक नहीं पहुंच पाया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के अंत्योदय के दर्शन के अनुरूप प्रदेश के सभी परिवारों का पहचान पत्र बनाया, जिससे पात्र परिवारों को घर बैठे ही सरकारी योजनाओं का लाभ देना सुनिश्चित किया गया। आज जनता और सरकार का संपर्क सीधा है। हमने प्रशासन में मानव हस्तक्षेप को न्यूनतम करने के लिए आई.टी. का बड़े पैमाने पर सफल प्रयोग किया है। आज हर सरकारी योजना के पारदर्शी तरीके से लागू किए जाने से घर बैठे गरीब की बेटी की शादी का शुगुन, बुजुर्ग, विधवा व दिव्यांगों की पेंशन, बी.पी.एल. कार्ड, चिरायु कार्ड का लाभ, किसानों को उनकी फसल का भुगतान कम्प्यूटर की एक क्लिक से सीधे पात्र के खाते में जाता है। हमने सरकारी कर्मचारियों के लिए चिकित्सा सुविधा में कैशलेस प्रणाली को भी लागू किया है।वहीं गरीबों के सिर पर छत उपलब्ध करवाने के लिए ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ के तहत 36 हजार से अधिक मकान बनाए गए हैं, जबकि 16 हजार मकान बनाए जा रहे हैं। हर गरीब को राशन मिलने में परेशानी न हो और कोई उसका हक न मार सके, इसके लिए राशन वितरण व्यवस्था को तकनीक के माध्यम से पारदर्शी बनाया है। अब कोई भी व्यक्ति फर्जी तरीके से राशन प्राप्त नहीं कर सकता। गरीबों का अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने का सपना साकार करने के लिए ‘चिराग योजना’ चलाई गई है। यही नहीं, कौशल रोजगार निगम के माध्यम से कर्मचारियों की भर्ती में भी गरीब परिवारों के युवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। भाइयों-बहनों! सरकार ने कृषि, उद्योग, व्यापार, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि हर क्षेत्र में भी ई-गवर्नेंस के माध्यम से क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। जिस प्रकार, परिवार पहचान पत्र के डाटा से विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों को घर बैठे ही मिल रहा है, उसी प्रकार, कृषि क्षेत्र में ’मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल बनाकर किसान कल्याण की अनेक योजनाओं को इससे जोडा गया है।फसल बिक्री की राशि, खराबे का मुआवजा, भावांतर भरपाई की राशि, मेरा पानी-मेरी विरासत, धान की सीधे ही बिजाई की प्रोत्साहन राशि आदि इस पोर्टल के माध्यम से सीधे ही किसान के खाते में जमा की जाती है।कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जिसने बागवानी फसलों को मौसम की मार से बचाने के लिए ‘मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना‘ शुरू की है। पशुपालन ग्रामीणों की आय का एक प्रमुख साधन है। पशुपालन को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर ’पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना’ शुरू की है। उन्होंने कहा कि भाइयो-बहनो प्रदेश में फसलों की खरीद को सुविधाजनक बनाने हेतु ‘मेरी फसल-मेरा ब्योरा’ पोर्टल शुरू किया गया है। इस पोर्टल से किसानों को अपनी फसल बेचने के साथ-साथ खाद-बीज और कृषि उपकरणों के लिए मिलने वाली आर्थिक सहायता प्राप्त करने में भी सुविधा हुई है।राज्य सरकार का प्रयास किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ बीज से बाजार तक हर कदम पर उनकी मदद करने का है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 14 फसलों की खरीद करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। उद्योग हमारी अर्थव्यवस्था का मूल आधार हैं। हमने हरियाणा के औद्योगिक विकास को गति देने के लिए ईज आफ डूइंग बिजनेस का एक इको-सिस्टम तैयार किया है। हमने प्रमाण पत्र, लाइसेंस और अनुमति देने में अड़चन पैदा करने वाले अनेक नियमों और प्रक्रियाओं को खत्म कर दिया है। आज हरियाणा में निवेशकों को सेवाएं ऑनलाइन प्रदान की जा रही हैं और उन्हें सभी स्वीकृतियां निर्धारित अवधि में देना सुनिश्चित किया गया है। आज हरियाणा देश-विदेश के निवेशकों की पहली पसंद बन गया है।हमने युवाओं की योग्यता का सम्मान किया है। आपको पता है कि 1 लाख 10 हजार से अधिक युवाओं को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी हैं। आउटसोर्सिंग सेवाओं में युवाओं को ठेकेदारों के शोषण से बचाने के लिए ‘हरियाणा कौशल रोजगार निगम’ बनाया है। आज खेल जगत में हरियाणा का बडा नाम है। हमारे युवा बड़ी उपलब्धियां प्राप्त कर देश-प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। मैडल जीतने वाले खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार देने के साथ-साथ सरकारी नौकरियां दी जा रही हैं। अवार्ड पाने वाले खिलाड़ियों को मासिक मानदेय भी दिया जाता है।हरियाणा के उच्चतर शिक्षा एवं परिवहन विभाग के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि हमने गांवों के विकास में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिषत प्रतिनिधित्व दिया है। स्वामित्व योजना के तहत प्रदेष को लाल डोरा मुक्त बनाना व महिलाओं के लिए आजीविका के अवसर बढ़ाने के लिए एक-तिहाई राशन डिपो महिलाओं को देने का प्रावधान किया है। ‘अटल किसान मजदूर कैंटीन’ व वीटा बिक्री केन्द्रों का संचालन भी महिलाओं को सौंपा गया है। बहन-बेटियों को उच्चतर शिक्षा की सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार ने 20 किलोमीटर के दायरे में एक कॉलेज स्थापित किया है। वहीं प्रदेश में 76 नए कॉलेज बिना मांग के खोले गए हैं। इनमें आधे से अधिक लड़कियों के हैं। हमारी सरकार प्रदेश के शहरों और कस्बों में आधारभूत संरचना सुदृढ़ बनाने पर विशेष बल दे रही हैं। गुरुग्राम, करनाल, फरीदाबाद और पंचकूला को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है। गुरुग्राम, फरीदाबाद और पंचकूला के विकास के लिए मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथाॅरिटी का गठन किया गया है। पिछले साढ़े 9 वर्षों में हमारे राज्य में 33,000 किलोमीटर लंबी सड़कों का सुधार और लगभग 7000 किलोमीटर नई सड़कों का निर्माण किया गया है। आज प्रदेश का हर जिला नेशनल हाईवे से जुड़ गया है। इतना ही नहीं, 72 किलोमीटर लंबा ईस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर तथा 506 किलोमीटर लंबा वेस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर हरियाणा से होकर गुजरेगा, जिसका हरियाणा को बहुत बड़ा लाभ मिलने वाला है। केएमपी के साथ-साथ हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर भी बन रहा है और दिल्ली के सरायं काले खां से करनाल तक आरआरटीएस रेल लाइन भी स्थापित की जा रही है। इन सब परियोजनाओं के पूरा होने से प्रदेष की जनता को बहुत लाभ होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में आज भारत के विकास का अमृतकाल है। आज देश-प्रदेश का युवा शक्ति की पूंजी से भरा हुआ है, ऊर्जा से भरा हुआ है। ऐसी सकारात्मक परिस्थितियां, फिर ना जाने कितने समय बाद बनेंगी। हमें अब चूकना नहीं है, हमें अब बैठना नहीं है। आने वाला समय अब सफलता का है। आने वाला समय अब सिद्धि का है। ये भारत का समय है और भारत अब तेजी से आगे बढ़ने वाला है।साथियों, हम सबको यह प्रतिज्ञा करनी होगी कि हमें भी अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर भविष्य बनाना होगा। हम मिलकर भारत देश को एक मजबूत राष्ट्र बनाएंगे। हम सब मिलकर सशक्त भारत विकसित भारत का निर्माण करेंगे। सभी नागरिकों को संविधान के प्रति सजग करेंगे और सबको समान रूप से जीने का अवसर प्रदान करेंगे।
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