अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद :दुल्हन के जोड़े में एक दुल्हन अपने दूल्हे राजा का शादी के पंडाल में सारी रात इंतजार करती रह गई पर उसका दूल्हा नहीं आया। क्यूंकि उसे दहेज़ के शैतानों ने अपने जंजीरों में जकड़ लिया था। जी हैं ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया हैं। दुल्हन के परिजन दहेज़ में एक करोड़ रूपए नगद व जगुआर कार की डिमांड पूरी नही किए जाने से दूल्हे के परिजन नाराज थे। इस कारण से शादी में बरात लेकर नहीं पहुंचे। इस प्रकरण में सराय खब्जा थाना पुलिस ने दूल्हा व उसके परिजनों के खिलाफ भारतीय दंड सहिंता की धारा 384. 120 बी, 34 बी डोरी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज की हैं।
खबर हैं कि दुल्हन के परिजन दूल्हे के परिजनों को 51 लाख रूपए देने भी गए थे पर उन लोगों ने एक करोड़ रूपए से एक पैसा कम न लेने की बात बता कर,उन पैसों को लौटा दिया और साफ़ शब्दों में कह दिया था की वह लोग बारात लेकर नहीं आएंगे और हुआ भी वही। दुल्हन के पिता ने दर्ज मुकदमे में कहा कि दूल्हे के परिजनों से शादी में जो भी सामानों का देना तय किया गया था उन सभी सामानों को लगन के वक़्त दे दी गई थी। वावजूद इसके उन लोगों ने एक करोड़ रूपए नगद व जगुआर कार की डिमांड करने लगे।
कहने लगे कि यह डिमांड पूरी होने पर ही वे लोग बारात लेकर आएगें अन्यथा नहीं आएगें। पुलिस की माने तो 20 जून की शादी थी लड़की के परिजनों ने बड़खल झील के समीप एक बैंकट हॉल में शादी की पूरी तैयारी कर ली गई थी। लोग रात भर बारात के आने का इंतजार करते रह गए और दुल्हन शादी के जोड़े में सजी रह गई पर बारात नहीं आई और शादी नहीं हो पाई। दुल्हन के पिता ने सराय खब्जा थाने में दूल्हा सवपनील, कोमल, ज्योति, स्वेता, पवन उर्फ़ लालू निवासी टोन्डक हॉउस, आरएडब्लू ,हरनाथ मार्ग,गली न. 2 ,कापसहेड़ा ,नई दिल्ली के खिलाफ भारतीय दंड सहिंता की धारा 384, 120 बी व 34 डोरी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर ,इसके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।