अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: फरीदाबाद नगर निगम एन.आई.टी.जोन के संयुक्त आयुक्त प्रशांत अटकान के द्वारा निगम के दो कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार करने और गाली गलौच करने के विरोध में निगम के कर्मचारियों ने आज टूल डाउन पैन डाउन हड़ताल करके निगम के एन.आई.टी., फरीदाबाद ओल्ड व बल्लभगढ़ जोन के कार्यालयों का काम-काज ठप्प कर दिया। इस हड़ताल में निगम के उद्यान विभाग और इंजिनियरिंग विभाग के कर्मचारियों ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इंजिनियर एसोसिएशन की ओर से कार्यकारी अभियंता ओ.पी. करदम और सहायक अभियंता नवल सिंह ने हड़ताली कर्मचारियों के बीच आकर अपना समर्थन दिया। संघर्षरत निगम के कर्मचारियों ने आज प्रातः 9 बजे से लेकर दोपहर तीन बजे निगम मुख्यालय में निगम आयुक्त के कार्यालय धरना दिया और संयुक्त आयुक्त अटकान के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की।
फैडरेशन के प्रधान रमेश जागलान ने संघर्षरत कर्मचारियेां को संबोधित करते हुए कहा कि निगम का कर्मचारी निग्मायुक्त के द्वारा निगम के सिस्टम को दुरूस्त करने के लिए किये जा रहे प्रयासों में पूरे मन से कार्यरत है और ऐसे मेहनती कर्मचारियों के साथ बदसलूकी बर्दास्त नहीं की जाएगी । तालियों की गड़गड़हाट के बीच फैडरेशन के प्रधान ने एलान किया कि यदि संयुक्त आयुक्त अटकान ने अपनी गलती की माफी नहीं मांगी तो कल 26 अगस्त को प्रातः दस बजे से फैडरेशन के संस्थापक महासचिव रतन लाल रोहिल्ला निगम मुख्यालय पर आमरण अनशन शुरू कर देंगे। उन्होंने निगम के तमाम विभाग के कर्मचारियों को आह्वान किया कि वे मान-सम्मान के लिए किये जा रहे इस संघर्ष में बढ़-चढ़ कर भाग लें। प्रदर्शकारियों को अन्य के अलावा कर्मचारी नेता शाहाबीर खान, नरेश बैंसला, रमेश पहलवान, अरूण भाटिया, रण सिंह भड़ाना, महेन्द्रपाल, नरेन्द्र वर्मा, राजपाल तेवतिया, दशरथ, संजय चपराना, शशि कुमार, विनोद गुलाटी, टेक चंद, सीता राम शर्मा, प्रमोद रोहिल्ला, उस्मान खान, महेश गुप्ता आदि नेताओं ने भी संबोधित किया।
इसके बाद निगम के कर्मचारी जुलूस की शक्ल में प्रशांत अटकान के विरोध में नारेबाजी करते निग्मायुक्त के आवास पर पहुंचे जिसके परिणामस्वरूप निग्मायुक्त ने कर्मी नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया लेकिन निग्मायुक्त व फैडरेशन नेताओं के बीच बात सिरे नहीं चढ़ सकी तो निग्मायुक्त ने कल सुबह 10 बजे कर्मचारी नेताओं को पुनः बातचीत के लिए बुलाया। कर्मी नेताओं ने उम्मीद जाहिर की है कि निग्मायुक्त के द्वारा गंभीरतापूर्वक किये जा रहे हस्तक्षेप से यह मामला सुलझ जायेगा और यदि किसी कारणवश मामला नहीं सुलझा तो रतन लाल रोहिल्ला के द्वारा आमरण अनशन शुरू कर दिया जायेगा और इसके बाद आंदोलन को तीखा रूप दे दिया जाएगा ।