अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: अरावली क्षेत्र में नगर निगम द्वारा अवैध फार्म हाउसों को तोड़े जाने पर अब सवाल उठ ने लगे हैं, लोग कहने लगे हैं कि जिस तरह से नगर निगम प्रशासन तोड़फोड़ की कार्रवाई कर रहा हैं, उस तरीके से यही पता चलता हैं कि किसी खास इंसान के इशारे पर तोड़फोड़ की कार्रवाई कर रहा हैं। अधिकारी से पूछने पर यही जवाब मिलता हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ये कार्रवाई की गई हैं, जो इनके हरकत से देखें तो बिल्कुल सफ़ेद झूठ साबित हो रहा हैं। लोग दबी जुबान से जिस खास आदमी का नाम ले रहे हैं, असल में वह काफी बड़ा बिल्डर हैं और मंत्री हैं।
देखा गया हैं कि नगर निगम प्रशासन आज चार अर्थमूभर मशीनों, हजारों पुलिस कर्मियों के साथ सूरजकुंड रोड स्थित सिध्दाता आश्रम के सामने अवैध फार्म हाउसों को तोड़ने के लिए पहुंची थी,ये बात आज सुबह लगभग 12 बजे की हैं। ऐसा लग रहा था कि नगर निगम प्रशासन आज कई अवैध फार्म हाउसों को एक साथ तोड़ कर मलबे में तब्दील कर देगा, पर ऐसा कुछ नहीं हुआ, नगर निगम ने चार अर्थमूभर मशीनों की सहायता से सिर्फ एक ही फार्म हॉउस को तोडा हैं। ये फार्म हॉउस मानव रचना यूनिवर्सिटी वालों की हैं जिसे आज तोडा गया हैं। इसके बाद नगर निगम प्रशासन का तोड़फोड़ दस्ता वापिस लौट गई। ऐसा भी नहीं था, लोगों के द्वारा तोड़फोड़ का विरोध किया गया हो,ऐसा बिल्कुल नहीं था। वह खुद ही वापिस लौट गई। फार्म हाउसों को हटाने के मामले में जब ये फैसला सुप्रीम कोर्ट से आया था। उस दौरान जिला प्रशासन ने सर्वे के आधार पर बताया था कि अरावली क्षेत्र में 140 से अधिक फार्म हॉउस और शिक्षण संस्थान हैं जो अवैध हैं, इन सभी अवैध निर्माणों पर जल्द ही तोड़ फोड़ की कार्रवाई की जाएगी।
बतादें कि इस मामले में केस अभी भी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन हैं और आगामी 6 सितंबर -2021 की डेट लगी हुई हैं। इस लिए अभी फार्म हाउसों होने वाली तोड़फोड़ की कार्रवाई पर विराम लगी हुई हैं। वावजूद इसके सुप्रीम कोर्ट का नाम बोल कर गिने चुने लोगों के फार्म हाउसों को ध्वस्त किया गया हैं और किया जा रहा हैं। आज भी इसी क्रम में मानव रचना यूनिवर्सिटी के अवैध फार्म हॉउस को तोडा गया हैं, इससे पहले जो अवैध फार्म हाउसों को तोडा गया हैं, वह भी एक -एक, दो -दो करके फार्म हाउसों को तोडा गया हैं, इनमें हरियाणा सरकार के पूर्व मंत्री विपुल गोयल सहित उसके नजदीकी रहे कमल जख्मी, प्रशांत भल्ला एंव पूर्व पार्षद व अन्य कई लोगों के फार्म हॉउस शामिल हैं। लोग बतातें हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश हैं तो एक साथ 140 अवैध फार्म हाउसों और शिक्षण संस्थानों को एक -दो बार में तोड़ कर ख़त्म करें प्रशासन, पर नगर निगम प्रशासन ऐसा बिल्कुल नहीं कर रहा हैं और एक खास इंसान के इशारे पर एक यहां तोड़ दिया, एक वहां तोड़ दिया, एक इधर तोडा , एक उधर तोडा। इन दिनों नगर निगम का टीम काफी बड़ा हैं और कार्रवाई बहुत छोटी हैं। जिस खास इंसान के इशारे पर ये कार्रवाई किया जा रहा हैं असल में वह अपना राजनितिक रंजिश निकाल रहा हैं ,क्यूंकि उसके सितारे अभी बुलंद हैं।
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