अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: निगमायुक्त ए. मोना श्रीनिवास द्वारा फरीदाबाद में बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए सभी सम्बंधित निगम अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे उच्चतम न्यायालय तथा वायु गुणवत्ता प्रबन्धन आयोग के द्वारा ळत्।च्.प्ट के अंतर्गत जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप निगम क्षेत्र में प्रतिदिन प्रदूषण रोकथाम हेतु कारगर कदम उठाएं।निगमायुक्त ने इस अभियान के लिए निगम के सफाई व इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की 40 टीमों का गठन किया है
और उनको आदेश दिए है कि वे प्रदूषण की रोकथाम के लिए अपने-अपने आवंटित क्षेत्रों में पेट्रोलिंग करे तथा यह सुनिश्चित करे कि कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार के कचरे, पत्तियों प्लास्टिक, रबड तथा इस तरह की सामग्री को खुले में ना जलाएं और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर चालान करकेे और भारी भरकम जुर्माना लगाएं। इसी तरह धूल उत्सर्जन वाली सामग्री पर पानी का छिड़काव कराया जाए। इन तीनों अवैध निर्माणों का क्या होगा। ओल्ड ज़ोन वज़ीरपुर रोड , जीवन नगर और चांदीवाला चौक की है।
टूटी-फूटी सड़कों की मरम्मत कराई जाए तथा निर्माण गतिविधियों को तुरंत प्रभाव से रोका जाए तथा निर्माणस्थलों पर निर्माण सामग्री ढक कर रखी जाए। निगमायुक्त ने आगे बताया कि उपरोक्त अभियान के तहत दिनांक 20.11.2024 को धूल उत्सर्जन वाली सड़कों पर 39 पानी के टेंकरो द्वारा छिडकाव किया गया, 11 ऐन्टी स्मोग गन द्वारा भी छिड़काव किया गया। इसके अतिरिक्त 649 निमार्ण स्थलों का निरीक्षण किया गया जिनमें से 92 स्थानों पर निर्माण कार्य चलता पाया गया। जिसे तुरन्त बंद करा दिया गया और 117 लोगों के चालान किए गए जिनपर लगभग 10 लाख रूपये का जुर्माना लगाया गया। इसके अतिरिक्त 19 व्यक्तियों का कूड़ा जलाने पर भारी भरकम चालान किया गया।
निगमायुक्त ने आगे बताया कि उपरोक्त टीमों के कार्य की निगरानी संबंधित संयुक्त आयुक्त के स्तर पर करवाने के अलावा निगम सचिव को उपरोक्त कार्य के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त वायु प्रदूषण से सम्बंधित ट्विटर व समीर ऐप की शिकायतों का तुरंत प्रभाव से समाधान के लिए एक अतिरिक्त अधिकारी भी नियुक्त किया गया है ।निगमायुक्त ने उपरोक्त सभी टीमों को सख्त निर्देश दिये है कि जो भी व्यक्ति कहीं पर भी नियमों का उल्लंघन करता पाया जाए तो उस पर तुरंत प्रभाव से कार्यवाही की जाए तथा जुर्माना लगाया जाए ।निगमायुक्त ने आगे बताया कि हमारा मुख्य उद्देश्य ळत्।च् के दिशा निर्देशों का पालन करना तथा जिन कार्यों से धूल मिट्टी का उत्सर्जन होता है उन्हे रोकना है। निगमायुक्त ने आमजन से अपील की है कि वे उन सब कार्यो पर रोक लगाऐे जिनसे धूल मिट्टी का उत्सर्जन होता है ताकि आम-जन के स्वास्थ्य पर कोई बुरा असर ना पडे।
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