अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : साली से देह ब्यापार करवाता था, दलाल जीजा व अय्याशों के बीच मात्र 2500 रूपए को लेकर हुए झगडे में जीजा की मौत हो गई। क्राइम ब्रांच ,डीएलएफ ने हत्या आरोपी दो अय्याशों को गिरफ्तार किए हैं। 19 जुलाई को गांव दयालपुर के तालाब से एक अज्ञात शख्स की लाश बरामद की गई थी जिसकी पहचान बीते 21 जुलाई को विक्रम के रूप में हुई थी।
प्रभारी नवीन कुमार का कहना हैं कि थाना भूपानी में 18 जुलाई को एक मुकदमा दर्ज की गई थी, जिसमें भारतीय दंड सहिंता की धारा 346 को दर्शाया गया था। इसमें शिकायत कर्ता ने कहा था कि 17 जुलाई से उसके पति विक्रम व बहन नेहा दोनों लापता हैं, जोकि रिश्ते में जीजा -साली हैं। इसके बाद 19 जुलाई को गांव दयालपुर के तालाब से एक अज्ञात शख्स की लाश बरामद की गई थी जिसकी पहचान 21 जुलाई को शिकायतकर्ता ने विक्रम के रूप में की थी। उनका कहना हैं कि इस केस की आगे की जांच की जिम्मेदारी पुलिस कमिश्नर अभिताभ सिंह ढिल्लो ने डीएलएफ क्राइम ब्रांच को सौपी थी, इस केस की आगे की कार्रवाई करने हेतु उन्होनें एक टीम गठित की जिसमें उप -निरीक्षक जमील अहमद, सहायक उप- निरीक्षक कप्तान सिंह, मुख्य सिपाही आनंद सिंह, कुलदीप सिंह, ईश्वर सिंह ,संदीप ,नितिन व अनिल कुमार शामिल किए गए थे ।
उनका कहना हैं कि जांच के दौरान पता चला कि शिकायतकर्ता की बहन नेहा ( काल्पनिक नाम ) इस वक़्त अपने घर कोलकाता में हैं। इसके बाद उनकी एक टीम कलकत्ता भेजी गई जहां से नेहा को ट्रैन से दिल्ली के रास्ते फरीदाबाद लाई गई हैं। उनका कहना हैं कि जब नेहा से जांच टीम ने पूछताछ की तो उसने खुलासा किया की उसके जीजा विक्रम की हत्या कुलदीप उर्फ़ गुड्डू, योगेंद्र व तपन ने किए हैं। उसने यह बताया कि उसका जीजा विक्रम पैसों के लिए उससे देह् ब्यापार करवाता था जिसमें उसकी भी सहमति थी। इसके बाद कुलदीप व योगेश निवासी गांव रसूल पुर ,जिला हापुड़ , उत्तर प्रदेश हाल के. डी.ढाबा चौक , सेक्टर -76 ,फरीदाबाद ने जीजा विक्रम को 6000 रूपए देकर उसे अपने साथ ले गए। इस दौरान तय समय सीमा समाप्त होने पर विक्रम ने कुलदीप के फोन कर नेहा से वापिस आने की बात कही तो कुलदीप ने नेहा से फोन लेकर विक्रम से कहा कि नेहा एक घंटे और उसके साथ रहेगी, इसके अलग से चार्ज 2500 रूपए दे देंगें।उनका कहना हैं कि इसके बाद विक्रम ने नेहा को बीपीटीपी पुल पर छोड़ने के लिए कहा और वह वहीँ पर मिलेगा,थोड़ी के बाद कुलदीप उर्फ़ गुड्डू व योगेश पहले ही बीपीटीपी पुल पर पहुंच गए
के बाद तपन के साथ वह भी मोटर साईकिल से पहुंच गई ,जब वह वहां पर पहुंची तो देखा कि 2500 रूपए को लेकर कुलदीप व योगेश उसके जीजा विक्रम की पिटाई कर रहे थे । इस दौरान कुलदीप ने अपने साथी तपन से कहा कि नेहा को अपने साथ के. डी. ढाबा चौक के पास अपने घर ले जा और वह उसके साथ चली गई। उनका कहना हैं कि इस केस में कुलदीप व योगेश को गिरफ्तार किए गए हैं। उनका कहना हैं कि इन दोनों ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि बीपीटीपी पुल पर दोनों ने विक्रम की जमकर पिटाई की उसके बाद उसी के गाडी में विक्रम को डाल कर , उसे गांव दयाल पुर में ले गए। वहां पर फिर से दोनों ने विक्रम की पिटाई शुरू कर दी, विक्रम ने पिटाई से बचने के लिए वहीँ के एक तालाब में कूद गया पर मामला यहीं नहीं थमा, ऊपर से उन दोनों अय्याशों ने पत्थरों से उसके सिर में मार मार गंभीर रूप से घायल कर दिया और विक्रम तालाब से बाहर नहीं निकल सका और विक्रम ने तालाब में दम तोड़ दिया। पुलिस ने इस केस में भारतीय दंड सहिंता की धारा 302 , 346 , 365 , 201 व 120 बी को जोड़ दिया हैं।