अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : एनआईटी क्राइम ब्रांच ने अमूल डेरी कंपनी को धोखाधड़ी व अमानत में खयामत करके एक करोड़ 28 लाख रूपए का चुना लगाने के मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किए हैं, इन में अमूल कंपनी के कई स्टाफ शामिल हैं। पुलिस की माने तो पकडे गए आरोपियों के पास 80 लाख रूपए नगद बरामद किए हैं और इन सभी आरोपियों के खिलाफ सदर बल्लभगढ़ थाने में बीते 30 नवंबर को भारतीय दंड सहिंता की धारा 406 , 407 ,420 , 120 बी के तहत दर्ज किया गया था और इससे पहले भी पुलिस एक आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी हैं।
इंचार्ज जितेंद्र यादव बताते हैं कि सदर बल्लभगढ़ थाने में बीते 30 नवंबर 2018 को एक मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें भारतीय दंड सहिंता की धारा 406 ,420 ,407, 120 बी को दर्शया गया था। इसमें अमूल कंपनी को चुना लगाने का जिक्र किया गया था। उनका कहना हैं कि इस केस की आगे की कार्रवाई करने की जिम्मेदारी एनआईटी क्राइम ब्रांच को सौपी गई थी। जब उन्होनें इस केस की कार्रवाई शुरू की तो एक शख्स को उसी समय गिरफ्तार कर लिया गया था। उसने पूछताछ में पकड़े गए लोगों के नाम का खुलासा किया था। उनका कहना हैं कि इसके बाद वह गुजरात गए और अमूल कंपनी में जब जांच शुरू की तो दूध घोटाले में एक -एक करके 9 स्टाफों की मिलीभगत पाई गई और उन्होनें 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े गए आरोपियों के नाम अशोक भाई निवासी गांव समुंद्रा, जिला बनसकट ,गुजरात, महेश निवासी सातवा गारी, हसनपुर ,पलवल , शैलेश निवासी गांव सरकारपुर ,जिला पाटन ,गुजरात, महेंद्र निवासी गांव सरकारपुर ,जिला पाटन,गुजरात , जितेंद्र उर्फ़ जीतू निवासी गांव काकोड,जिला बुलंदशहर ,उत्तरप्रदेश, अमृत निवासी गांव लश्मी पुरा , पालमपुर ,गुजरात , अजय उर्फ़ बुरा निवासी गांव मच्छगर,फरीदाबाद ,आरिफ निवासी गुंगरेला जिला हापुड़ ,उत्तरप्रदेश व भारत निवासी गांव टटोरा ,जिला बनसकता ,गुजरात हैं। उनका कहना हैं कि उपरोक्त आरोपियों ने अमूल कंपनी में दूध से भरे हुए ट्रक को कागजों में ट्रक को खाली दिखा कर, इस तरह से 15 ट्रक भरे हुए दूध के एक करोड़ 28 लाख रूपए में बेच दिए थे। उनकी माने तो पकडे गए आरोपियों से 80 लाख रूपए नगद बरामद किए गए हैं और इन सभी आरोपियों को आज अदालत में पेश किए जा चुके हैं जहां से अदालत ने सभी आरोपियों को नीमका जेल भेज दिया हैं।