अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: एनआईटी नगर निगम के तोड़फोड़ दस्ते की टीम ने आज शुक्रवार को सूरजकुंड के समीप चार्म वुड कॉलोनी में छोटे-छोटे दुकानों के आगे नाले के ऊपर अवैध रूप से बने लिंटन को दो अर्थमूवर मशीनों की सहायता से धवस्त कर दिया। इन लिंटन को ध्वस्त किए जाने की वजह से लगभग 20-25 दुकान दारों की दुकानदारी प्रभावित होगी। कई लोग बताते है कि गरीबों के जो स्थान बने हुए थे उसे तोड़ गए, और स्कूल व हॉस्पिटल के द्वारा इसी नाले के हिस्सों के ऊपर कब्जे किए हुए है, उसे छोड़ दिया गया है। यानी की तोड़फोड़ में भेदभाव की गई है। इस तोड़फोड़ के दौरान भारी पुलिस बल का नेतृत्व सूरजकुंड थाने के एसएचओ पहलाद सिंह कर रहे थे। इस तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान ड्यूटी मजिस्टेट के रूप में एनआईटी नगर निगम के कार्यकारी अभियंता नितिन कादियान उपस्थित थे।
निगम एसडीओ सुरेंद्र हुड्डा ने नेतृत्व में नगर निगम के तोड़फोड़ दस्ते की टीम आज शुक्रवार को दोपहर के लगभग तीन बजे सूरजकुंड के समीप चार्मवुड में पहुंची, जहां लंबी- चौड़ी नाले के ऊपर कई वर्षों से अवैध रूप से बने हुए लिंटन को दो अर्थमूवर मशीनों की सहायता से पूर्ण रूप से ध्वस्त कर दिया। इस दौरान कई स्थानीय दुकानदारों ने लिंटन के तोड़े जाने का विरोध करने की पूर्ण कोशिश की, तो सूरजकुंड थाने के एसएचओ पहलाद सिंह के नेतृत्व उपस्थित पुलिस कर्मियों ने तुरंत उन्हें हिरासत में ले लिया जिसे बाद में छोड़ दिया गया। असल में यहां पर रेहड़ी -पटरी लगा कर सब्जी बेचने व नाले के पार में लगभग 20 से 25 दुकानें है जिसका रास्ता इस नाले के ऊपर से था।
इन सभी दुकानदारों की दुकानदारी अब खत्म हो गई है, हालांकि यह सभी दुकानदार लोग भी अवैध रूप से ही अपने-अपने दुकानें खोले हुए है। यहां के लोगों ने बताया कि नाले की लंबाई काफी ज्यादा है, पर इस नाले के ऊपर स्कूल , हॉस्पिटल व बीजेपी नेता के निर्माण सहित काफी बड़े -बड़े निर्माण अवैध रूप से बने हुए है, इन निर्माणों पर कार्रवाई न करके छोटे -छोटे , जो गरीब लोग है, उनके दुकानदारी को नुकशान कर गए, यह तो अमीरों और गरीबों के बीच साफ़ तौर पर भेदभाव की गई है। अगर नाले को पूर्ण रूप से चालू करना है और आने वाले बारिश के मौषम में जलभराव से यहां के निवासियों को निजात दिलाना है, तो पुरे नाले को पूरी तरह से चालू कराना होगा। इसमें बड़ी कार्रवाई की जरुरत है। दिखावें की कार्रवाई की जरुरत नहीं है।
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