अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: सेक्टर- 43 स्थित ओमेक्स फॉरेस्ट सपा सोसायटी में कल 15 अगस्त की शाम को अंगदान पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया । इनरव्हील क्लब स्वयंसिद्धा और दधीचि देहदान समिति के बैनर तले किए गए इस कार्यक्रम में सोसाइटी के निवासियों ने काफी बड़ी संख्या में भाग लिया। अमृतानंदमयी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल कर्नल डॉ बी के मिश्रा ने अंगदान की आवश्यकता को विस्तार पूर्वक समझाया । डॉ मिश्रा ने अंगदान के समय की चुनौतियों की चर्चा करते हुए कहा कि प्रशासनिक ,आर्थिक, सामाजिक बहुत सारे विषय इसमें जुड़े हुए होते हैं । उनके अनुसार वे स्वयं भी अपने पिताजी का देहदान नहीं करवा पाए, क्योंकि उनकी मां और बहनों की सहमति नहीं बनी।
डॉ मिश्रा ने जीवित दानदाता और ब्रेनडेड दानदाता के विषय में विस्तार से चर्चा की। दधीचि देहदान समिति के संस्थापक आलोक कुमार ने कुछ वास्तविक घटनाओं का उल्लेख करते हुए भावुक शब्दों में अंगदान के विषय को रखा। इसी क्रम में उन्होंने अपने मां पिताजी के देहदान का उल्लेख भी किया । पत्नी ने पति को किडनी दान की और वे दोनों 5 साल से स्वस्थ है। ऐसे ही एक मां ने अपने बेटे को किडनी दान की और बेटा भी स्वस्थ चल रहा है। ऐसे चारों व्यक्तियों ने अपने अनुभव सबसे साझा किए।यह कार्यक्रम का एक प्रेरणादायक प्रसंग रहा।
इनर व्हील क्लब स्वयंसिद्धा की क्षेत्रीय प्रमुख श्रीमती नमिता तायल ने क्लब द्वारा किए जाने वाले कार्यों का उल्लेख किया। अंगदान अभियान को लेकर वे आगे भी कुछ कार्य करने की सोच रही हैं। दधीचि देहदान समिति के क्षेत्रीय प्रमुख राजीव गोयल ने देहदान- अंगदान से जुड़ी समिति की कार्यप्रणाली को पी.पी.टी द्वारा सबके समक्ष रखा। कार्यक्रम का संचालन करते हुए पंकज दुबे ने अंगदान और देहदान के अभियान में भविष्य में अपनी सक्रिय भूमिका को सुनिश्चित किया । बी.के शर्मा , सुभाष चंदर , राजीव तनेजा, अनिल बत्रा ,डॉ साक्षी हंस के सक्रिय सहयोग से यह एक सफल कार्यक्रम रहा । धन्यवाद ज्ञापन के साथ साथ श्रीमती मंजू प्रभा ने अपने विचार कुछ इस प्रकार रखे। सोसाइटी में वर्ष भर में आने वाले सभी त्योहारों को एक पारिवारिकता की भावना से मनाया जाता है। सांस्कृतिक कार्यक्रम से लेकर सजावट तक का कार्य बहुत सारे निवासियों की योग्यता को एक दूसरे के सामने लाकर रखता है। वह विषय उल्लास और मनोरंजन से जुड़े हुए होते हैं, कहीं-कहीं धार्मिक भावना भी श्रद्धा से सब को जोड़ती है ।अंगदान जैसे मानवता की सेवा से जुड़ा हुआ विषय सबको इतना आकर्षित करेगा आयोजकों को इसकी उतनी अपेक्षा नहीं थी जितनी सबकी एकाग्रचित सहभागिता देखने को मिली। यहां पर प्रशासनिक अधिकारी ,आर्मी से रिटायर्ड उच्च पदाधिकारी ,डॉक्टर, लेक्चरर, वकील आदि सभी बुद्धिजीवी व संभ्रांत वर्ग के निवासी हैं। यह वर्ग अगर सक्रियता से अंगदान देहदान के अभियान से जुड़ता है तो वास्तव में मानवता की सेवा में एक उल्लेखनीय सहभागिता हो जाएगी।कार्यक्रम के अंत में जलपान के समय समिति के कार्यकर्ताओं ने सबकी शंकाओं का समाधान करने का प्रयत्न किया और इच्छुक व्यक्तियों को संकल्प पत्र दिए गए।
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