अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: सरकार हो या कई विभाग के अधिकारी आजकल बिना आवाज उठाये न सरकार कोई काम करती है न अधिकारी नींद से जागते हैं। दो हफ्ते पहले शहर के जाने माने वकील एल एन पाराशर ने धौज के एक सरकारी स्कूल का दौरा किया था जहां स्कूल में तबेला बना हुआ था। पाराशर ने मौके पर दो बार जायजा लिया और हरियाणा के शिक्षा मंत्री सहित फरीदाबाद के शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर बड़ा सवाल उठाया और उन्होंने शिक्षा मंत्री को बर्खास्त और शिक्षा अधिकारियों को लापरवाह बताते हुए उन्हें सस्पेंड करने की मांग भी की। इसके बाद हरियाणा में हड़कंप मच गया और फटाफट स्कूल से तबेला गायब हो गया। सोमवार सुबह पराशर फिर धौज पहुंचे जहां उस जगह मासूम बच्चे पढ़ रहे थे जहाँ दो हफ्ते पहले गाय भैंस बंधी रहती थीं।
पाराशर ने मीडिया का आभार जताया और कहा कि मीडिया ने मेरी आवाज को दूर तक पहुँचाया जिस कारण ये बड़ा चमत्कार हुआ है और दो हफ्ते में सरकारी स्कूल फिर स्कूल बन गया है जो कई वर्षों तक तबेला बना दिया गया था। पाराशर ने कहा कि स्कूल में मासूम बच्चे पढ़ते देख मुझे अपार खुशी हो रही है और लग रहा है कि हमारी टीम को एक और मुद्दे पर बड़ी कामयाबी मिली है। उन्होंने कहा कि फिलहाल इस स्कूल में कुछ कमियां हैं जिसे मैं जल्द दूर करवाऊंगा। उन्होंने कहा कि सम्बंधित अधिकारियों को पत्र लिखूंगा कि इस स्कूल की हर कमी को दूर किया जाए। फिलहाल इस स्कूल में बच्चे पढ़ रहे हैं लेकिन जल्द बच्चियां भी इस स्कूल में पढेंगी। उन्होंने कहा कि शहर में कई भी अगर कोई अधिकारी या कोई अन्य लापरवाही कर रहा हो तो मुझे सूचित करें।
पाराशर ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से ही ये स्कूल तबेला बना था लेकिन अब अधिकारी जाग गए हैं और अब ऐसे अधिकारियों को सोने भी नहीं दूंगा और जिले में जहाँ जहाँ भी सरकार स्कूलों में अनियमितताएं हैं मुझे सूचित करें मैं हर समस्या दूर करवाने का प्रयास करूंगा। आपको बता दें कि एल एन पाराशर बार एसोशिएशन फरीदाबाद के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं और फिलहाल वो न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष हैं और इस साल उन्होंने शहर में समाजसेवाओं को नया आयाम दिया है। हर तरह के माफिया और कामचोर अधिकारी उनके नाम से ही थर थर कांपने लगते हैं। अदालत ही नहीं अब शहर के लोग भी उन्हें गुरूजी कहते हैं।