अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : सिद्धदाता आश्रम के संचालक पुरुषोतमचार्य उर्फ़ प्रहलाद शर्मा,सतपाल शर्मा व उनके सहयोगियों पर राजनितिक प्रभाव का रौब दिखाकर अरावली वन क्षेत्र की तक़रीबन 1 एकड़ जमीन पर जबरन कब्ज़ा करने की नियतसे चारदीवारी बनाने का आरोप लगा हैं। यह आरोप आज मैगपाई होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में दीपक बैंसला,ब्रह्मपाल बैंसला, श्रीपाल बैंसला, गुरुदेव बैंसला व सतेंद्र बैंसला ने लगाएं हैं। वहीँ,आरोपी पक्ष के सतपाल शर्मा ने बातचीत के दौरान उन्होनें कहा कि इस जमीन पर वह पिछले 20 सालों से यहां गायों को टहलाने के लिए इस्तेमाल करते हुए आ रहे हैं और इस जमीन की अभी तक तकसीम हुई नहीं हैं और गिरदावरी में वर्ष -2013 से नारायण गौशाला के नाम चढ़ा हुआ हैं । उनका कहना हैं कि जैसे ही तकसीम होगा और उसमें जिसके नाम यह जमीन निकलेगा,उ सी वक़्त वह इस जमीन को खाली कर देंगें। अभी इस जमीन पर गायों के टहलाने और गोबर रखने हेतु सिर्फ इस्तेमाल किया जा रहा हैं और चारदीवारी इसलिए बनाया गया हैं ताकि गाय इधर उधर भटकर कहीं और न निकल जाए।
उधर,सूरजकुंड थाने के एसएचओ विशाल कुमार का कहना हैं कि झूठे मुकदमें दर्ज करने के आरोप जो पुलिस पर लगाएं गए हैं जोकि बिल्कुल गलत हैं,यह ऐसा क्षेत्र हैं जिसमें किसकी कितनी जमीन हैं उसकी किसी के पास कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं अगर किसी के पास हैं तो वह अदालत से आदेश ले आए पुलिस उसकी सहायता कर देंगी पर कानून कोई हाथ में लेगा तो पुलिस अपनी कार्रवाई करने में सक्षम हैं। उनका कहना हैं कि जिस जगह पर पंगा हुआ हैं वहां के सीसीटीवी फुटेज पुलिस के पास हैं और उसमें साफ़ -साफ़ यह लोग दिखाई दे रहे हैं कि वह लोग उस जमीन पर मौजूद हैं और वहां पर उन लोगों ने तोड़फोड़ की हैं और उपस्थित लोगों के साथ मारपीट की हैं। उनका कहना हैं कि इसके आगे भी कोई गलत कार्य करेगा तो पुलिस इसी तरीके से अपनी कार्रवाई करती रहेंगी।
मेवलामहाराज पुर निवासी दीपक बैंसला, ब्रह्मपाल बैंसला, श्रीपाल बैंसला, गुरुदेव बैंसला व सतेंद्र बैंसला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि सिद्धदाता आश्रम के पुरुषोत्तमाचार्य उर्फ़ प्रहलाद शर्मा, सतपाल शर्मा, राजकुमार भारद्वाज, छंगा व उनके कर्मचारियों ने उनके तक़रीबन एक एकड़ जमीन पर जबरन चारदीवारी बना ली हैं और जमीन कब्ज़ा ली हैं। उनका कहना हैं कि इस बात का पता उन्हें करीब दो महीने पूर्व में मिला और वह लोग पुलिस को सूचना देकर कर मौके पर पहुंच गए। वहां पर उन लोगों ने सतपाल शर्मा व उनके सहयोगियों को चारदीवारी करने से रोका तो वह लोग झगड़े पर उताड़ू हो गए पर वहां पर पुलिस मौजूद थी इस वजह से वह लोग और जाएदा झगड़ा उनके साथ नहीं कर पाए और उस समय पुलिस ने दोनों पार्टी को अनखीर पुलिस चौकी में आने को कहा। वह लोग पुलिस चौकी तो पहुंच गए पर सतपाल शर्मा व उनके सहयोगी लोग नहीं पहुंचे। उनका कहना हैं कि इसके बाद उन लोगों ने उनके व साथियों के खिलाफ सूरजकुंड थाने में मुकदमा न. 87,6 फरवरी 2018 को दर्ज करवा दी जिसमें भारतीय दंड सहिंता की धारा 147,148, 427 ,447, 506 को दर्शाया गया हैं।
इसके बाद उन लोगों ने 17 मार्च 2018 को मुकदमा न. 176 को दर्ज करवा दिया जिसमें भी उन्हीं धाराओं को दर्शाया गया हैं। उनका कहना हैं कि इस बात की शिकायत उन्होनें वन विभाग व सम्बंधित अधिकारीयों से की हैं पर उनकी शिकायतों पर जिला प्रशासन द्वारा कोई अमल नहीं किया जा रहा हैं क्यूंकि सतपाल शर्मा द्वारा उन्हें धमकी दिया गया था सरकार और जिला प्रशासन में उसकी अच्छी पहुंच हैं और अभी तो दो मुकदमों में अंदर दिया हैं और जाएदा बोला तो मुकदमों की लाइन लगा दूंगा और पूरी जिंदगी अदालत में चक्कर काटता रह जाएगा। उन्होनें एक सुर में सरकार और प्रशासनिक अधिकारीयों से मांग हैं कि उनके साथ इंसाफ किया जाए और बाबा पुर्षोत्तमाचार्य उर्फ़ प्रहलाद शर्मा , सतपाल शर्मा ,राज कुमार भारद्वाज , छंगा व अन्य कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाए और उनके जमीन को उनके चंगुल से मुक्त करवाया जाए।
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