अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : हंस हत्याकांड में डीएलएफ क्राइम ब्रांच ने आज मरने वाले हंस के चचेरे भाई को गिरफ्तार किया हैं,पकड़ा गया आरोपी पवन उर्फ़ भोला शारीरक तौर पर विकलांग हैं। पुलिस की माने तो आरोपी ने बेसमेंट में ले जाकर पहले तो आठ वर्षीय हंस की गला घोंट कर हत्या कर दी, फिर ईटों से पीट पीट कर उसके चेहरे को बुरी तरह से बिगाड़ दिया। इस ब्लाइंड मर्डर को सुलझाने में क्राइम ब्रांच सेक्टर -65 ने डीएलएफ क्राइम का काफी सहयोग किया।
प्रभारी नवीन कुमार बतातें हैं कि आठ वर्षीय हंस की लाश अनाज मंडी के निर्माणधीन बिल्डिंग की बेसमेंट से 25 अगस्त को मिली थी। जांच के दौरान पुलिस ने हंस की हत्या होना पाया गया था। इसके बाद मृतक हंस के दादा रमेश चंद की शिकायत पर 24 अगस्त 2018 को थाना तिगांव में मुकदमा नंबर -180 दर्ज किया गया था,जिसमें भारतीय दंड सहिंता की धारा 302, 365 , 201 को दर्शाया गया था। इसके बाद इस केस की आगे की कार्यवाही की जिम्मेदारी डीएलएफ क्राइम ब्रांच को आल्हा अधिकारीयों के द्वारा सौपी गई थी। जांच के दौरान उनकी को पता चला की 23 अगस्त 2018 को अपने पापा राजपाल की दूकान से लौट कर 4 बजकर 28 मिनट पर तिगांव अनाज मंडी की तरफ जाता हुआ हंस एक मेडिकल स्टोर के ऊपर लगे सीसीटीवी कैमरे में दिखाई दिया। उनका कहना हैं कि इस हत्या के बारे में काफी लोगों से पूछताछ की गई और बीच -बीच में परिवार के अन्य सदस्यों से भी पुलिस की बात चीत हो रहती थी। बातचीत के दौरान पवन उर्फ़ भोला पर पुलिस को शक हुआ। शक के आधार पर पवन उर्फ़ भोला को उनकी टीम ने हिरासत में ले लिया। उनका कहना हैं कि जब उनकी टीम ने उससे गहनता से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
उसने पुलिस को बताया कि वह तीन भाई व एक बहन हैं,उसके पिता सतपाल की वर्ष -2017 में मौत हो गई थी,तभी से ही वह लोग अपने चाचा राजपाल के साथ ही रहते थे। उसने यह भी बताया कि चाचा राजपाल अपने बेटे हंस को बहुत प्यार करते थे,जो भी वह कहता वह चीज चाचा राजपाल दिला देते थे,क्यूंकि हंस को जिस तरीके से हस -खेल कर ,प्यार करते थे उस तरीके से चाचा राजपाल मेरे चारों भाई -बहनों से प्यार नहीं करते थे,जोकि उन चारों भाई -बहनों को काफी खलता था। उनका कहना हैं कि यह बात उसके दिल व दिमाग में बैठ गया था कि चाचा राजपाल एक पिता की तरह उन लोगों से प्यार नहीं करते हैं, इसलिए उसने हंस की हत्या की साजिश मन ही मन में बना डाली।
आरोपी पवन उर्फ़ भोला ने पुलिस को यह भी बताया कि बीते 23 अगस्त को शाम 4 बजकर 28 मिनट पर अपने पिता राजपाल की दुकान से चला तो वह उसके पीछे -पीछे चल रहा था जैसे ही वह अनाज मंडी के गेट के समीप पहुंचा तो खेलने के बहाने उसे वहीँ एक निर्माणधीन बिल्डिंग के बेसमेंट में ले गया,वहां पर उसका गला घोंट कर हत्या कर दी। उसके बाद ईटों से पीट पीट कर उसके चेहरे को बिगाड़ दिया जिससे उसकी पहचान न हो सकें। उनका कहना हैं कि इसके बाद आरोपी पवन उर्फ़ भोला वहां से एक मोटर साइकिल पर बैठ कर चला गया और इस घटना के बारे में किसी को नहीं बताया। यहां तक की जब हंस की लाश को ग्रामीणों के सामने पुलिस ने बरामद किया था उस वक़्त भी आरोपी भोला वहां पर मौजूद था फिर भी उसने इस घटना के बारे में न तो अपने परिवार वालों को बताया, नाही पुलिस को बताई और चुपचाप रहा हैं पर पुलिस की जांच के सामने वह टीक नही सका।