अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:सेक्टर-56 गांव प्रतापगढ में पाल बघेल समाज संगठन एवं बघेल समाज युवा संगठन द्वारा एक साथ 37 गरीब कन्याओं का पांचवा सामूहिक विवाह सम्मेलन करवाया गया,जिसमें 37 दूल्हें एक साथ घोडी पर चढकर बारात स्थल पर पहुंचे। जहां दुल्हनें उनका इंतजार कर रही थी,इस बारात चढत में देखा गया कि न तो डीजे से ध्वनि प्रदूषण था और ना ही आतिशबाजी से वायु प्रदूषण। समाज को संदेश देने वाली एक साथ हुई 37 जोडों की शादियों ने दहेज प्रथा जैसी कुरूती का विरोध किया और सभी ने हिंदु रिति रिवाज के साथ मंडपों में एक साथ वरमाला डालकर सात फेरे लिये। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री पूरन सिंह बघेल,प्रधान पाल बघेल सभा फरीदाबाद ने की और इनमें बतौर मुख्य अतिथि चेतराम बघेल,उद्योगपति एंव समाजसेवी रहे। मंच का संचालन लक्ष्मण सिंह बघेल और महेन्द्र सिंह एडवोकेट ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित करके लोकमाता देवी अहिल्या बाई हॉल्कर की प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाकर की गई।
डीजे और आतिशबाजी कर धूमधाम से प्रकृति के साथ खिलवाड कर कानून को ठेंगा दिखाने वाली शादियों को संदेश देते हुए पाल बघेल समाज ने देव उठान एकादशी के शुभ अवसर पांचवा 37 जोड़ो का आदर्श सामुहिक विवाह सम्मेलन में करवाया। जिसमें न तो तेज आवाज वाले डीजे शामिल थे और न ही दूल्हों की बरात चढत के समय आतिशबाजी, जिससे घ्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण जैसी समस्या लोगों के सामने आती है। 37 दूल्हें एक साथ घोडी पर बैठकर गौंछी चैक से सेक्टर 56 बरात स्थल पहुंचे। शादी स्थल पर पहुंचने के बाद सभी दूल्हों ने एक साथ अपनी अपनी होने वाली दुल्हनों को वरमाला पहनाई और अलग अलग मंडपों में पूरे हिंदु रिति रिवाज के साथ शादी की सभी रस्में निभाते हुए सात फेरे लिये। इस दौरान पाल बघेल सभा के अध्यक्ष पूरन सिंह बघेल ने सभी नव विवाहिता जोडों को आर्शीवाद दिये और सुखी विवाहित जीवन शुभकामनायें दी।इस सामूहिक विवाह के बारे में जानकारी देते हुए पाल बघेल समाज के अध्यक्ष पूरन सिंह बघेल ने बताया कि विवाह के लिये उत्तर प्रदेश , राजस्थान, दिल्ली एंव हरियाणा के बघेल समाज के दूल्हें ने आवेदन किया था जिनकी शादी करवाई गई है।
इस सामूहिक विवाह का मुख्य उद्देश्य समाज से दहेज प्रथा को खत्म करना और कम खर्च में शादियां करके उन गरीब परिवारों के भावी बच्चों को शिक्षा प्रदान कराने हेतु धन की बचत करके उन परिवारों को सक्षम करना और शादियों में होने वाली फिजूलखर्ची पर लगाम लगाना है। वहीं विवाह सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे उद्योगपति एंव समाजसेवी चेतराम बघेल ने कहा कि समाज के हर व्यक्ति को ऐसे नेक कार्यो के लिये अपना अपना योगदान देना चाहिये ताकि किसी गरीब कन्या का घर बस सके। विवाह सम्मेलन में समाज के दान दाताओं द्वारा नव दम्पित के लिए नया घर बसाने के लिए आवश्यक वस्तुयें कान्यादान स्वरूप भेट की गई। समाज के वरिष्ठ अतिथियों ने कहा कि समाज के लोग अपने बच्चों को शिक्षित बनायें और विवाह व अन्य कार्यक्रमों हो रहे फिजूल खर्च से बचे । इस कार्यक्रम में करीब हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया और कार्यक्रम की सफलता पर हर्ष व्यक्त किया ।
इस सामुहिक विवाह सम्मेलन का मुख्य उद्वेय दहेज प्रथा को जड़ से खत्म करना व शादी विवाहों में डी0जे0 एंव बैण्ड बाजों व आतिबाजी द्वारा की जा रही फिजूलखर्ची से निजात दिलाना है। विवाह शादियों पर शराब आदि पर रोक लगाना है अर शोर शराबे से भी समाज को राहत दिलाना है । सगाई के अवसर पर दिया जाने वाला दहेज के सामान से व शादियों की दहेज के सामान की लिस्ट सुनाने पर भी रोक लगेगी। शादी विवाह में बैंकट हॉल एवं होटलों पर लाखों रूपये के खर्चे से निजात मिलेगी। इस आयोजन को सफल बनाने में बघेल पाल समाज के अध्यक्ष पूरन सिंह बघेल,महासचिव उमराव सिंह बघेल, कोषाध्यक्ष,शिवध्यान सिंह,एडवोकेट महेन्द्र सिंह बघेल,उपाध्यक्ष दयाराम, कुंवर पाल, धर्मवीर सिंह हरियाणा पुलिस,जयपाल सिंह, और किशन सिंह बघेल ने अपना भरपूर सहयोग दिया।
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