अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद श्री सिद्धपीठ हनुमान मंदिर श्री सनातन धर्म महाबीर दल रजि. द्वारा पिछले छ: दसकों से मनाया जाने वाला दशहरा पर्व जो जिला फरीदाबाद ही नहीं पूरे हरियाणा में एक मिशाल रहा है। मगर पिछले कुछ वर्षों से राजनीतिक दबाव के कारण यह दशहरा धूमधाम से नहीं मन पा रहा। अब यह मामला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के दरबार में पहुंच गया है। संस्था के प्रधान राजेश भाटिया ने कहा कि उन्होने समय रहते जिला प्रशासन से दशहरा मनाने की इजाजत मांगी थी, मगर जिला प्रशासन के आला अधिकारी राजनैतिक दवाब के चलते उन्हें गुमराह करते रहे हैं। इस संबंध में उन्होने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखकर दशहरा मनाने की अनुमति मांगी थी।
मामले पर संज्ञान लेते हुए पीएमओ और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ओर से जिला उपायुक्त को पत्र लिखकर हमारी संस्था को दशहरा मनाने की अनुमति देने की बात कही है। इस मामले में जिला उपायुक्त ने मंदिर के प्रधान को पत्र लिखकर एसडीएम बडखल से मिलने की बात कही है। इस मामले में एसडीएम,बड़खल अजय चोपड़ा का कहना हैं कि इस मामले में जिला उपायुक्त अतुल कुमार द्विवेदी ने अतिरिक्त उपायुक्त जितेंद्र दहिया की अध्यक्षा में एक कमेटी बनाई हुई हैं जिसकी रिपोर्ट सोमवार या मंगलवार तक आने की संभवना हैं, अतिरिक्त उपायुक्त जितेंद्र दहिया का कहना हैं कि जिला उपायुक्त अतुल कुमार द्विवेदी ने तो एक कमेटी अवश्य बनाई हैं पर उस कमेटी में वह नहीं हैं। इसके बाद अथर्व न्यूज़ ने जिला उपायुक्त अतुल कुमार द्विवेदी से बातचीत करने की कोशिश की पर उन्होनें अपना फोन नहीं उठाया।
वहीं, श्री भाटिया ने कहा कि गत् वर्ष हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी दशहरा ग्राउड से घोषणा की थी कि जो संस्था पहले से दशहरा मनाती आ रही है आगे भी वही संस्था दशहरा पर्व का आयोजन करेगी। मुख्यमंत्री की बात को ध्यान में रखते हुए श्री सिद्धपीठ हनुमान मंदिर की ओर से संस्था समय के साथ ही दशहरा पर्व की तैयारियां शुरू कर दी और जिला प्रशासन से अनुमति मागने के लिए आवेदन भी कर दिया था। इसके लिए नगर निगम, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य विभाग व अन्य सभी प्रकार की सरकारी फीस भी अदा कर दी, लेकिन अभी तक जिला प्रशासन ने उनकी संस्था को अनुमति नहीं दी है।
श्री भाटिया ने स्थानीय विधायक सीमा त्रिखा व केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह दोनो नेता दशहरा जैसे धार्मिक पर्व पर राजनीति करके शहर का माहौल खराब करने का काम कर रहे हैं। उन्होने कहा पिछले दो वर्षों से दशहरा राजनीति की भेंट चढ रहा है। उन्होने कहा भाजपा और आरएसएस राम मंदिर बनाने का काम कर रहे हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री व बडखल विधायक मंदिर के मामले अडचन डालकर धार्मिक मामले में राजनीति कर रहे हैं।