अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद :बीती रात ओल्ड फरीदाबाद की बसेलवा कालोनी के गली नंबर -2 के पास से शराब के नशे में धुत दो दोस्तों को क्राइम ब्रांच ,सेक्टर -85 की टीम जबरन उठा कर सेक्टर -30, क्राइम ब्रांच में ले गई और दोनों दोस्तों की जमकर पिटाई कर दी, दोनों दोस्तों पर क्राइम ब्रांच ,सेक्टर -85 का आरोप हैं कि दोनों दोस्तों ने पुलिस के साथ हाथापाई, मारपीट व सरकारी काम में बाधा डालने की कोशिश की। उन्होनें इस मसले में केस दर्ज करने की तहरीर रात को ही सम्बंधित थाने में भेज दी थी पर किसी के सिफारिश आने के बाद दोनों को छोड़ दिया गया और मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। डीसीपी क्राइम लोकेंद्र सिंह ने इस मामले की जांच एसीपी यशपाल खटाना को सौप दी हैं।
पीड़ित राजेंद्र सिंह की पत्नी गरिमा ने डीसीपी क्राइम लोकेंद्र सिंह को एक लिखित शिकायत में कहा कि उसके पति राजेंद्र निवासी अहीर बाड़ा ,ओल्ड फरीदाबाद हैं जोकि टैक्सी चलाने का कार्य करते हैं और साथ में उनका दोस्त देवदत्त हैं वह भी टैक्सी चलाते हैं। यह लोग अक्सर देर रात को अपने घर लौटते हैं। उनका कहना हैं कि मंगलवार की रात को तक़रीबन 12 बजे उनके घर के पास से गली नंबर -2 में काफी शोर शराबे की आवाजें सुनाई दे रही थी। जब वह अपने घर से बाहर निकली तो देखा कि कुछ लोग उनके पति राजेंद्र व दोस्त देवदत्त के साथ मारपीट कर रहे थे। इस दौरान कालोनी के काफी लोग भी अपने घरों से बाहर आ गए इसके बाद उन लोगों ने राजेंद्र व देवदत्त को मारुती एस क्रॉस कार में जबरन डाल कर ले गए। इसके पीछे से मेरे साथ मोहल्ले के लोग भी निकले जिसे तलाशते हुए सेक्टर -30, क्राइम ब्रांच पहुंच गए पर वहां के पुलिस कर्मियों ने उन्हें उनके यहां होने से मना कर दिया। उनका कहना हैं कि क्राइम ब्रांच , सेक्टर -30 में तैनात पुलिस कर्मियों के मना करने के वावजूद वह लोग वहीँ पर जमे रहे।
इसके थोड़ी देर के बाद सेक्टर -30 क्राइम ब्रांच के पुलिस कर्मियों ने उनके पति राजेंद्र व देवदत्त निवासी मकान नंबर -1101, बसेलवा कालोनी ओल्ड फरीदाबाद को छोड़ दिया। इसके बाद पति राजेंद्र सिंह ने उन्हें बताया कि पुलिस वालों ने हम दोनों को बहुत ही बुरी तरह से पिटाई की हैं के बाद राजेंद्र की तबियत ज्यादा ख़राब हो गई और उसे ईलाज के लिए बादशाह खान अस्पताल ले आई जहां पर डॉक्टरों उसकी गंभीर हालत को देखते हुए भर्ती कर लिया। उधर, क्राइम ब्रांच , सेक्टर -30 के इंचार्ज संदीप मोर का कहना हैं कि इस मामले में सेक्टर -30 क्राइम ब्रांच के किसी भी मुलाजिमों का कोई लेना देना नहीं हैं , उन दोनों को क्राइम ब्रांच ,सेक्टर -85 की टीम लेकर आई थी। वहीँ,सेक्टर -85, क्राइम ब्रांच के इंचार्ज रविंद्र सिंह का कहना हैं कि राजेंद्र व देवदत्त पब्लिक पैलेस पर सेक्टर -29 पुल के पास शराब पी रहे थे और दोनों में आपस में झगड़ा कर रहे थे। इस दौरान उनकी टीम के लोग गश्त करती हुई वहां पहुंच गई। जब दोनों से उनकी टीम के झगड़े करने से रोका और झगड़े के कारण पूछा तो वह लोग उल्टा उन लोगों के साथ बदसूलकी करने लगा और उनके साथ मारपीट करने लगे व साथ में गंदी गंदी गालियां देने लगे और दोनों वहां से भाग निकले को पीछा करते हुए दोनों को पकड़ लिए। उनका कहना हैं कि वह लोग राजेंद्र व देवदत्त के खिलाफ केस दर्ज करने की तहरीर बना कर सम्बंधित थाने में भेज दिया पर इस बीच में किसी की सिफारिश आ गई फिर दोनों को रात को ही छोड़ दिया। इस दौरान दोनों ने अपनी गलती मानी व माफ़ी मांगी हैं जोकि लिखित रूप में उनके पास में हैं।