अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : पुलिस कमिश्नर हनीफ कुरैशी ने जेएनयू, दिल्ली की छात्रों के साथ मारपीट करने और छात्रा की कपडा फाड़ने व बलात्कार की कोशिश करने के सनसनी खेज मामले में सूरजकुंड थाने में तैनात उप -निरीक्षक सुरेश कुमार को तुरंत प्रभाव से लाईन हाजिर कर दिया गया हैं और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई हैं। पुलिस की मानें तो एक आरोपी की पहचान कर ली गई हैं और बाकियों की पहचान की जा रहीं हैं।
पुलिस कमिश्नर हनीफ कुरैशी का कहना हैं कि इस केस की जिम्मेदारी एनआईटी डीसीपी आस्था मोदी को सौप दी गई हैं और आस्था मोदी ने इस केस की जांच महिला एसीपी पूजा डाबला को सौप दी हैं। उनका कहना हैं कि इस घटना को अंजाम देने वाले 4 से 5 लोग हैं जिनमें से एक आरोपी की पहचान हो गई हैं। इस प्रकरण में आस्था मोदी का कहना हैं कि अभी उनकी टीम पीड़िता की ब्यान लेने हेतु गई हुई हैं और इस केस में अभी पुलिस की तीन टीमें लगी हुई हैं। उनका कहना हैं कि बड़खल क्राइम ब्रांच व सूरजकुंड थाने की टीमें आरोपियों को पकडनें के लिए जगह -जगह छापेमारी कर रहीं हैं। पूरा मामला यूं हैं कि बीते 14 अगस्त 2017 को सांय करीब साढ़े 6 बजे अरावली पहाड़ों के बीचों बीच कृत्रिम झील हैं और वह इलाका बिल्कुल सुनसान इलाका हैं।
वहां पर जेएनयू की एक छात्रा व 6 छात्र घूमने हेतु गए हुए थे। जब यह लोग वहां से रात साढ़े नौ बजे करीब लौट रहे थे उस वक़्त एक बाइक पर एक छात्रा, एक छात्र मौजूद थे और छात्र बाइक चला रहा था और उसके 6 साथी कैब में थे जो आगे की तरफ चल रहे थे और बाइक पर सवार छात्र व छात्रा पीछे की तरफ चल रहे थे। एक बाइक पर अकेला लड़का -लड़की को देख कर वहां पर पहले से उपस्थित 4 से 5 लड़कों ने उनकी बाइक को रोक ली और छात्र व छात्रा को बेहरमी से बिना वजह पीटने लग गए और लड़की को सामूहिक बलात्कार करने की नियत से झाड़ियों में ले जाने लगे और उसकी कपडे भी फाड़ दिए।
तभी कैब में बैठें छात्रों ने अपने दोस्तों को पीटते हुए देखा और वहां पर पहुंच कर शोर मचा दिया तथा जब तक वहा पर गांव के लोग पहुंचें वे लोग घटना स्थल से फरार हो गए। उनका कहना हैं कि पीड़ित छात्र -छात्रा सूरजकुंड थाने में जब पहुचें तो वहां पर मौजूद डियूटी ऑफिसर उप -निरीक्षक सुरेश कुमार मिले जिन्हें आपबीती घटनाओं के बारे में छात्रा -छात्रों ने अवगत कराया पर उप -निरीक्षक सुरेश कुमार ने गंभीरता से नहीं लिया। इस प्रकरण में उनका कहना हैं कि उस वक़्त सूरजकुंड थाने में तैनात उप -निरीक्षक सुरेश कुमार को लाईन हाजिर कर दिया और उस पर विभगीय जांच शुरू कर दी गई हैं। सवाल के जवाव में उनका कहना हैं कि उप -निरीक्षक सुरेश कुमार पर आरोप हैं कि उन्होंने डियूटी पर रहते हुए पब्लिक डीलिंग ठीक तरीके से नहीं की। इस वजह से अभी उन्हें लाइन हाजिर किया गया हैं।