अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:मनोज भाटी हत्याकांड में पुलिस आज कल मेंखुसाला कर सकती हैं। इस वारदात में हत्यारों ने जो कोरोला कार इस्तेमाल किया था। कल देर शाम पुलिस ने उस कार को तिगांव क्षेत्र से बरामद कर लिया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला हैं कि इस कार पर दिल्ली का नम्बर हैं और जांच के दौरान इसके असली मालिक तक पहुंचने के बाद पुलिस को मालूम हुआ की उसने अपने इस कोरोला कार को काफी पहले ही किसी और शख्स को बेच दिया था। अब उस मालिक की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही हैं। और यह जानने की कोशिश करेगी की यह कार इन हत्यारों के पास कैसे पहुंची हैं।
इस हत्याकांड के पीछे मनोज मांगरिया का हाथ बताया गया हैं और फरीदाबाद पुलिस ने उस पर दो लाख रूपए का इनाम घोषित किया हुआ हैं। मनोज मांगरिया फरीदाबाद के नीमका जेल में उम्र कैद का सजा काट रहा था पर उसे पिछले दिनों कोरोना महामारी के चलते पैरोल पर छोड़ दिया गया था। पिछले दिनों कोरोना महामारी में हुई इजाफा के चलते फिर से उसका पैरोल का समय बढ़ा दिया गया था। जोकि 31 दिसंबर अंतिम समय हैं ऐसा पता चला हैं। विश्वशनीय सूत्रों के अनुसार पुलिस कमिश्नर ओ पी सिंह ने मनोज भाटी हत्या की जांच के लिए एसआईटी अब से थोड़ी देर में गठित कर सकती हैं। इस केस में अब जो पता चला हैं कि आज या कल में पुलिस मनोज भाटी केस में खुलासा कर सकती हैं। हत्यारों को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें आरोपितों को धड़ पकड़ कर रही हैं। मालूम हुआ हैं कि फरीदाबाद -गुरुग्राम रोड स्थित बंधवाड़ी के नजदीक कूड़े के देर के ठेके को लेकर बीते 25 सितंबर -2020 को मनोज मंगारिया और मौजूदा ठेकेदार के बीच जमकर कर फायरिंग हुई थी। इस फायरिंग में एक वकील को गोली लगी थी जिसका इलाज फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल में चला था।
इस दौरान पीड़ित पक्ष की शिकायत पर मनोज मंगारिया गिरोह के सदस्यों पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। और गुरुग्राम पुलिस ने इस केस में मनोज मंगारिया गिरोह के चार सदस्यों को अरेस्ट किया था जो अब भी जेल में बंद हैं। मृतक मनोज भाटी निवासी गांव अमीपुर, फरीदाबाद बंधवाड़ी केस में पीड़ित पक्ष से जुड़ा हैं। इसका इस केस से किस तरह का जुड़ाव हैं इस पर से फरीदाबाद पुलिस जल्द ही पर्दा उठाएगी।