अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : सड़क दुर्घटनाओं में सबसे जाएदा मौतें दुपहिया वाहन चालकों का होता हैं उसमें कमी लानें के उद्देश्य से पुलिस प्रशासन ने बिना हेलमेट वाले दुपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल न देने का अनुरोध पैट्रोल पंप मालिकों से अनुरोध किया गया था। यहीं अनुरोध पुलिस प्रशासन का दुपहिया वाहन चालकों को से था पर हेलमेट न पहनना दुपहिया वाहन चालक अपना शान समझतें है फिर तो पुलिस के पास चालान काटना ही एक मात्र जरिया रह जाता हैं। यह कहना हैं पुलिस कमिश्नर हनीफ कुरैशी का।
पुलिस कमिश्नर हनीफ कुरैशी का कहना हैं कि सड़क हादसों में मरनें वालों के जो आकड़ें सरकार के सामनें आए हैं उसमें सबसे जाएदा मौतें दुपहिया वाहन चालकों की हैं और जिस घर का मुखिया सड़क हादसें में मरता हैं सबसे जायदा दुःख उसके परिवार के लोगों को ही होता हैं और सबसे जाएदा कष्ट भी उसी के परिवार के सदस्यों को होता हैं यह सब दुपहिया वाहन चालकों को नजदीक से सोचना अवश्य चाहिए जो लोग यह बातें नहीं समझना चाहतें हैं ऐसे ही लोगों को समझानें के लिए कानून बना हैं पर जो लोग कानून के नियमों की अनदेखी करतें हैं फिर उसका चालान काटनें का काम पुलिस करती हैं।
उनका कहना हैं कि इसी क्रम में पुलिस प्रशासन ने 1 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक बिना हेलमेट वाले दुपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल पंप पर पेट्रोल न दिए जाए का अनुरोध पेट्रोल पंप के मालिकों से किया था और यही अनुरोध दुपहिया वाहन चालकों से अक्सर किया जाता रहा हैं पर पुलिस प्रशासन के इस प्रयास का पेट्रोल मालिकों व दुपहिया चालकों पर कोई असर दिखाई नहीं देता हैं तो इसमें पुलिस प्रशासन अब दुपहिया वाहन चालकों का चालान काटनें का काम करेगीं ।