अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद :एसबीआई बैंक के कर्मचारी बन आमजनों के साथ ठगी करने वाले गिरोह का साइबर थाना पुलिस टीम ने पर्दाफाश कर 5 आरोपितों को अरेस्ट किया हैं। अरेस्ट किए गए आरोपितों के पास से पुलिस ने 2 लैपटॉप,1 प्रिंटर, 7 फोन, 33 सिम कार्ड और 38000/- रुपए नकद बरामद किए हैं। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि अरेस्ट किए गए आरोपितों के नाम शिवम्, अभिषेक उर्फ गंजा, चंदन, रणजीत कुमार और विवेक कुमार है। आरोपित शिवम स्थाई रूप से उत्तर प्रदेश के संभल जिले के गांव बरवाला अस्थाई रूप से दिल्ली के तुड़ा मंडी नजफगढ़ का, अभिषेक उर्फ गंजा स्थाई रूप से गुरुग्राम के गांव बादशाहपुर अस्थाई दिल्ली के ओल्ड नांगल का, दिल्ली के चंदन स्थाई रूप से बिहार के सीतामढ़ी जिले के गांव परसा महिंद का अस्थाई रूप से दिल्ली के तिलक नगर का, रणजीत कुमार और विवेक कुमार स्थाई रूप से बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले है।
प्रबंधक बसंत कुमार की टीम ने पांचों आरोपितों को नजफगढ़( दिल्ली), सीतामढ़ी( बिहार) व मधुबनी (बिहार) से अरेस्ट किया है। पांचो आरोपितों ने मिलकर साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। आरोपितों के खिलाफ फरीदाबाद के पुलिस स्टेशन साइबर में षड्यंत्र रचने तथा धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज है जिसमें आरोपितों ने बल्लबगढ़ के गांव गढ़ खेडा के रहने वाले सुनिल के क्रेडिट कार्ड से करीब 123000/- रुपए की धोखाधड़ी की वारदात को और बल्लभगढ़ के सेक्टर -2 में रहने वाले राजेंदर कुमार के साथ 1,00,998 रूपये की धोखाधड़ी कर हड़पने की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस उपायुक्त नीतीश अग्रवाल के मार्गदर्शन में तुरंत कारवाई करते हुए पुलिस स्टेशन साइबर प्रभारी बसंत सिंह के नेतृत्व में एसआई प्रवीन, एएसआई दीपक, श्योराज, हवलदार भूपिंदर, महिला मुख्य सिपाही अंजू, सिपाही आजाद, अमित, अंशुल कुमार की टीम गठित की गई जिन्होंने उक्त आरोपितों को तकनीकी व गुप्त सूत्रों की सहायता से अरेस्ट कर पुलिस रिमांड पर लिया। पुलिस प्रवक्ता का कहना हैं कि आरोपित बहुत ही शातिर किस्म के अपराधी हैं। आरोपित जस्ट डायल से इंडसइंड क्रेडिट कार्ड धारकों का डाटा खरीदते थे। क्रेडिट कार्ड पर ट्रांजैक्शन करने से क्रेडिट कार्ड से पर कुछ रीवार्ड प्वाइंट्स मिलते हैं जिन्हें कैशबैक या कोई अन्य सामान खरीदने के लिए उपयोग में लिया जा सकता है। इसी का फायदा उठाकर आरोपित क्रेडिट कार्ड धारकों को फर्जी लिंक भेजते थे और उन्हें रीवार्ड प्वाइंट्स को कैश करवाने का लुभावना ऑफर देते थे। आरोपित अपने कॉल सेंटर के जरिए ऑनलाइन कॉल करते थे जोकि INDYCALL APP की मदद से कॉल की जाती है। INDY CALL APP के जरिए मनचाहे नंबर से कॉल की जा सकती है। कॉल एसबीआई हेल्पलाइन नम्बर 39020202 से की जाती थी। कॉल करके लोगो गलत सूचना देते है कि आपके क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक किया गया है। आपके प्रिंटेड कार्ड को 3-4 दिन के अंदर जारी कर आपके एड्रेस पर भेज दिया जाएगा। जोकि हाई सिक्योरिटी के साथ उपलब्ध कराया जाएगा या फिर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर या EXPIRED रिवॉर्ड पॉइंट्स को RENEW करने के नाम पर क्रेडिट कार्ड धारक से क्रेडिट कार्ड की निजी जानकारी साझा करने को बोलते जो बैंक की सोच समझ कर कस्टमर अपनी निजी जानकारी जैसे कार्ड नम्बर, सीवीवी नंबर,एक्सपायरी डेट को सांझा कर देते है। आरोपित पूरी जानकारी को क्रेडिट कार्ड की राशि को अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करते थे जिसका ओटीपी कार्ड धारक अधूरी जानकारी होने के कारण उपलब्ध करवा देता है। उपरोक्त पांचो आरोपितों ने अपने फर्जी बैंक खातो में 18 से 20 लाख रूपये का लेन देन किया है आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि आरोपितों ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात और हरियाणा में साइबर फ्रॉड की वारदातों को अंजाम दिया हैं। इसके साथ ही आरोपितों ने फ़रीदाबाद के साइबर थाना में दर्ज के अन्य मुकदमे में बल्लभगढ़ के सेक्टर- 2 में रहने वाले राजेंदर कुमार के साथ 1,00,998 रूपये की धोखाधड़ी कर हडपे है जिसमे आरोपितों से 29000 रूपये बरामद किए गए हैं। पांचो आरोपितों से 2 लैपटॉप,1 प्रिंटर, 7 फोन, 33 सिम कार्ड और 38000/- रुपए नगद बरामद कर, पांचो आरोपितों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
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