अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: निकिता तोमर मर्डर केस में आज फरीदाबाद पुलिस ने मात्र 11 वें दिन चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दिया। अब तक के पुलिस के इतिहास में सबसे कम दिनों में एक मर्डर केस में चार्जशीट कोर्ट में पेश किया गया हैं। जबकि पुलिस ने पीड़ित परिवार को 12 दिनों में चार्जशीट कोर्ट में पेश करने का समय दिया था पर पुलिस ने एक दिन पहले ही निकिता मर्डर केस में चार्जशीट कोर्ट पेश कर दिया गया हैं। वहीं, छात्रा निकिता तोमर के पिता मूलचंद तोमर ने पुलिस कार्रवाई पर पूरी तरह से संतुष्टि जाहिर की हैं। जोकि पुलिस प्रशासन के बहुत बरी बात हैं। यह जानकारी पत्रकारों को एसीपी, मुख्यालय आदर्शदीप सिंह ने दिए हैं। इस खबर में प्रकाशित एक वीडियो में आप स्वंय देख और सुन सकतें हैं।
एसीपी मुख्यालय आदर्शदीप सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि निकिता मर्डर केस में आज वारदात से मात्र 11 वे दिन चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दिया गया हैं। पुलिस के इतिहास में सब से कम दिनों में यह चार्जशीट पेश किया गया हैं। उनका कहना हैं कि यह चार्जशीट 600 पेजों में हैं और इसमें 60 गवाह हैं। यह चार्जशीट एक्सपर्ट के सलाह लेकर तैयार की गई हैं और गिरफ्तार किए गए सभी आरोपितों के लिए पुख्ता सबूत एकत्रित किए गए हैं। उन्हें उम्मीद हैं कि पुलिस के द्वारा एकत्रित किए गए पुख्ता सबूत के आधार पर आरोपितों को सख्त सजा मिलना लगभग तय हैं। वहीँ, मृतका छात्रा निकिता तोमर के पिता मूलचंद तोमर ने “अथर्व न्यूज़” से बातचीत करते हुए कहा कि पुलिस की कार्रवाई से वह पुरी तरह से संतुष्ट हैं। क्यूंकि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने उन्हें कहा था कि चार्जशीट 12 दिनों के अंदर कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा पर पुलिस ने आज एक दिन पहले ही, यानी आज 11 वें दिन ही निकिता मर्डर केस की चार्जशीट दाखिल कर दिया। उन्होनें कहा कि जिस तरीके से हरियाणा सरकार और पुलिस प्रशासन ने अपना काम काफी कम समय में और संतोष जनक काम कर उनके बेटी निकिता मर्डर केस में किया हैं। इसी तरह से वह चाहते हैं कि तीनों आरोपितों को अदालत भी जल्द ही फांसी की सजा सुनाए।
आपको बतादें कि बीते 26 अक्टूबर 2020 को अग्रवाल कॉलेज, बल्लभगढ़ के बाहर तौसीफ नामक निकिता तोमर को जबरदस्ती कार में डाल कर किडनेप करने की कोशिश की पर वह इस काम में असफल होने पर निकिता तोमर की बीच सड़क पर सरेआम गोली मार कर हत्या कर दी थी। इसके बाद काफी हंगामा भी हुआ था। इस हंगामें के मामले में 32 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अब तो पुलिस प्रशासन ने इस केस में अपना कार्य तो पूरा कर दिया। अब लोगों को कोर्ट के फैसले का इन्तजार हैं।