अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने आज कहा कि विद्यार्थी अपनी क्षमता तथा रूचि के अनुरूप करियर का चयन करें। उन्होंने कहा कि करियर चयन से पहले विद्यार्थी अपनी क्षमताओं तथा रूचि का मूल्यांकन खुद करें कि किस क्षेत्र में वह अपना शत प्रतिशत देने में रूचि रखता है।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार आज विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित ‘करियर मार्गदर्शन एवं परामर्श’ कार्यक्रम का संबोधित कर रहे थे, जिसका आयोजन प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के प्रशिक्षण के क्षेत्र में कार्यरत संस्था ‘करियर पंडित’ तथा शिक्षण संस्थानों के प्रबंधन संबंधी जरूरतों को पूरा करने के क्षेत्र में कार्यरत कंपनी ‘स्कूल लालाजी’ द्वारा विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा के उपरांत विभिन्न करियर विकल्पों की जानकारी, मार्गदर्शन तथा परामर्श देने के उद्देश्य से किया गया था। उल्लेखनीय है कि वाईएमसीए विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न नये अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रम शुरू किये किये गये है, जिसमें 12वीं के उपरांत दाखिला लिया जा सकता है। इन पाठ्यक्रमों में मैथ, फिजिक्स तथा कैमिस्ट्री में बीएससी आॅनर्स, मल्टीमीडिया व एनीमेशन में बीएससी, बीसीए तथा बीबीए शामिल है। इसके अलावा, नये शिक्षण सत्र से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक भी शुरू की गई है तथा बीटेक कम्प्यूटर इंजीनियरिंग में सीटों की संख्या बढ़ाई गई है।
विश्वविद्यालय के बीटेक पाठ्यक्रमों के लिए दाखिला हरियाणा राज्य तकनीकी शिक्षा परिषद् द्वारा आॅनलाइन काउंसलिंग के आधार पर किया जाता है।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि नये पाठ्यक्रमों के शुरू होने से वाईएमसीए विश्वविद्यालय में पढ़ने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए अब 12वीं के उपरांत करियर के कई विकल्प उपलब्ध हो गये है। विद्यार्थी अपनी रूचि के अनुरूप पाठ्यक्रम का चयन कर सकते है। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में वाईएमसीए विश्वविद्यालय विद्यार्थियों की पहली पसंद रहता है। लेकिन, ऐसे विद्यार्थी जिन्हें इंजीनियरिंग में दाखिला नहीं मिल पाता, उनके लिए करियर के कई अन्य विकल्प है, जिसका चयन विद्यार्थी अपनी क्षमता व रूचि के अनुरूप कर सकते है। कुलपति ने कहा कि इंजीनियरिंग के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि वे अपने जेईई परीक्षा में रैंक के अनुरूप निर्णय लें।
यदि रैंक अच्छा है तो आईआईटी या एनआईटी विद्यार्थियों की प्राथमिकता होनी चाहिए लेकिन यदि औसत रैंक है तो विद्यार्थियों को करियर का चयन करते हुए सतर्कता जरूरी है।ऐसे विद्यार्थियों को अपनी पसंद के क्षेत्र को ही प्राथमिकता देनी चाहिए। कुलपति ने कहा कि 3डी प्रिटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट आफ थिंग्स जैसे इंजीनियरिंग के उभरते क्षेत्र है, जहां आने वाले समय में रोजगार के काफी अवसर सृजित होंगे। इसलिए, विद्यार्थियों के लिए करियर का चयन करते समय रोजगार के भावी संभावनाओं पर भी ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए पलवल तथा फरीदाबाद में विश्वविद्यालय से संबद्ध इंजीनियरिंग कालेजों में भी दाखिले के अवसर उपलब्ध है।इस अवसर पर फरीदाबाद के जाने माने उद्यमी एस. एस. बांगा ने अपने अनुभव के आधार पर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। इसके अलावा, कार्यक्रम को विभिन्न स्थानीय शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया तथा करियर को लेकर विद्यार्थियों के सवालों का जवाब दिया।
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