फरीदाबाद : ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत ग्रेटर फरीदाबाद में अवैध निर्माणों का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा हैं,जिसे देखो वहीँ दो -दो मंजिलों का शॉपिंग काम्प्लेक्स बनाएं जा रहा हैं,हैरानी इस बात की हैं कि यह सभी अवैध निर्माण निगम अधिकारीयों के देख रेख में किए जा रहे हैं वावजूद इसके इन अवैध निर्माणों को रोकने वाला कोई नहीं हैं। क्या निगम की इस ढीले -ढाले रवैये से फरीदाबाद स्मार्ट सिटी कभी बन पाएगा। यह बातें आमजनों में चर्चा का बिषय बना हुआ हैं ,इस संबंध में ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम के संयुक्त आयुक्त सतवीर मान का कहना हैं कि जहां -जहां भी अवैध रूप से इस वक़्त दुकानें बनाई जा रही हैं, उन सभी जगहों पर जल्दी ही नगर निगम के कार्यकारी अभियंता,एसडीओ व कनिष्ठ अभियंता मौके पर जाकर चेक करेंगें और बन रहे अवैध निर्माणों के बारे में अपना रिपोर्ट देंगें जोकि नगर निगम के कमिश्नर मोहम्मद साइन को दिया जाएगा। इसके बाद ही पूरे प्लानिंग के साथ फिर से बन रहे अवैध निर्माणों को तोड़ दिया जाएगा।
फरीदाबाद : ग्रेटर फरीदाबाद में अवैध निर्माणों का रैला : ग्रेटर फरीदाबाद को निगम अधिकारी गटर फरीदाबाद बनाने पर तुले हैं,जल्द कार्रवाई होगी, सतवीर मान।
अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
ओल्ड फरीदाबाद के नहरपार इलाके के खेड़ी चौक पर पूर्व पार्षद द्वारा अवैध रूप से बड़ी -बड़ी से दो दुकानें व उसके ऊपर भी कमरे बनाए जाने का कार्य धड़ल्ले चल रहा हैं इसके आगे सड़क पार करके एक बेसमेंट,इसके ऊपर बड़ी सी दुकानें बना ली गई हैं और अब इसके ऊपर निर्माण बनाने का कार्य किए जा रहे हैं। इसके बाद खेड़ी चौक से खेड़ी रोड पर दाहिने व बाएं साइडों में बड़ी -बड़ी दुकानें बनाए जा रहे हैं। लोग बतातें हैं कि इन सभी निर्माणों में एकाद निर्माणों को छोड़ कर नगर निगम ने इससे पहले तक़रीबन निर्माणों को बुरी तरह से तोड़ दिया था। पर इन अवैध निर्माणकर्ताओं के होसलें इतना जाएदा बुलंद हैं फिर से उन निर्माणों बनाएं जा रहे हैं। हैरानी की बात यह हैं कि यह सभी के सभी निर्माण निगम अधिकारीयों के नजरों के सामने हैं इसके वावजूद बन रहे अवैध निर्माणों को रोकने वाला कोई नहीं। इसके आसपास के लोगों ने बताया कि इस तरह के निर्माण जब किए जाते हैं वह सम्बंधित अधिकारीयों की मिलीभगत से ही किए जाते हैं,इन अवैध निर्माणों के एवज मिलने वाला पैसे उनके घरों पर पहुंचा दिया जाता हैं। इन हालतों में बन रहे अवैध निर्माणों को कौन रोकेगा और कार्रवाई कौन करेगा।