अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:प्रॉपर्टी कारोबार और चीट फंड में हुए करोड़ों के कर्ज से परेशान एक शख्स ने आज गांव अनंगपुर में अपने पिता ओमपाल की लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली मार कर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद मौके पर पहुंची सूरजकुंड पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु बादशाह खान अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया हैं। इस मामले में एनआईटी डीसीपी विक्रम कपूर का कहना हैं कि रामबीर पर कर्ज काफी ज्यादा था इस कारण से परेशान होकर स्वंय को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। इसके आगे की कार्रवाई सूरजकुंड थाना पुलिस अभी कर रहीं हैं।
खबर के अनुसार सूरजकुंड के गांव अनंगपुर निवासी ओमपाल भड़ाना का तक़रीबन 40 वर्षीय बेटा रामबीर ने पिछले करीब 15 सालों से प्रॉपर्टी के कारोबार सक्रीय था और इसके बाद करीब सात सालों से कमेटी चला कर उस पैसों को प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करता था। नोटबंदी के ऐलान के बाद से रामबीर का प्रॉपर्टी में काफी नुक्शान हो गया। इसकी वजह से वह काफी परेशान रहता था इस दौरान उसके चारों पार्टनर कपिल वर्मा निवासी मोड बंद,दिल्ली, नितिन बिधूड़ी, मदनपुर, दिल्ली,विकास तंवर व गांव अनंगपुर निवासी विक्रम भड़ाना ने उसका साथ बिल्कुल नहीं दिया। यह बात दो -ढाई महीने पहले स्वंय रामबीर ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड करके अपनी बात को वायरल किया था। वीडियो में मरने से पहले रामबीर भड़ाना ने कहा था कि वह बईमान नहीं हैं पर उसके चारों पार्टनरों ने उसके ग्रीन फील्ड कालोनी के ऑफिस व घर पर पूरी तरह से कब्ज़ा कर लिया था। इसके वजह से वह काफी परेशान हैं और वह अपने परिवार से दूर होकर लेनदारों से छिपता फिर रहा हैं और उसने लोगों से सहायता भी मांगी थी और उस वीडियो में भी मरने की इक्छा भी जताई थी।
लोगों से हुई बातचीत के अनुसार इस दौरान रामबीर भड़ाना को उसके पिता ओमपाल भड़ाना ने समझा बुझा कर अपने घर गांव अनंगपुर ले गए और रामबीर भड़ाना को भरोसा भी दिया था वह लोगों का जो भी कर्ज हैं तेरे ऊपर वह कर्ज धीरे -धीरे लौटा देंगें पर आज उसने अपने घर में खुद को गोली मार कर आत्महत्या करके अपने परिवार व उन सभी लोगों को एक बहुत बड़ा झटका दे गया। इस मामले में देखते हैं कि पुलिस किन -किन एंगलों से कार्रवाई करती हैं। खबर हैं कि मरने वाले रामबीर भड़ाना ने ग्रीन फिल्ड कालोनी में एक कमर्शियल बिल्डिंग बनाई थी। इस प्रकरण में सूरजकुंड थाने के एसएचओ विशाल कुमार से दो -तीन बार बातचीत करने के कोशिश की गई पर उन्होनें अपना फोन नहीं उठाया। इसके बाद डीसीपी एनआईटी विक्रम कपूर से बात की गई तो उनका कहना हैं कि एसएचओ विशाल कुमार ने उन्हें भी इस घटना के बारे में नहीं बताया। इसके बाद उन्होनें स्वंय एसएचओ विशाल से बात की फिर उन्हें इस घटना के बारे में जानकारी हासिल की । एनआईटी डीसीपी विक्रम कपूर का कहना हैं कि मरने वाले रामबीर भड़ाना के ऊपर काफी कर्ज था से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। इस मामले में उसके परिवार के लोग अभी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं फिर भी प्रथम चरण में जो भी कार्रवाई पुलिस की बनती हैं वह कार्रवाई पुलिस कर रहीं हैं।