अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : जिला प्रशासन की कोताही बरतने का खामियाजा आज सैकड़ों लोगों को कई घंटों तक जाम फंस कर गुजारना पड़ा। आज फ़रीदाबाद -सोहना रोड सड़कों वाहन व सैकड़ों लोग एक साथ लगे जाम में फसे हुए नजर आए। इस जाम में खचाखच स्कूली बच्चो से भरे स्कूल बसें, ट्रक,ट्रैक्टर -ट्राली, कारें, मोटर साइकिलें व मामूली साइकिलें भी नहीं निकल पाई। जिला प्रशासन ने तो पहले चेता और ना ही पुल गिरने के बाद ही चेता। अगर प्रशासन पहले चेता होता तो आज इतना बड़ा न हादसा होता और ना भयंकर जाम इस रोड पर लगा होता। इस पुल को टूट कर गिरने के कई घंटों बाद भी जिला प्रशासन न होने जाम की परस्थिति को गंभीरता से नहीं लिया जिसके कारण आज फरीदाबाद -सोहना रोड पर भयंकर जाम लग गया। यह जाम का दृश्य बल्लभगढ़ से सेक्टर -25 की ओर जाने वाले रास्ते की हैं।
इतना भयंकर जाम लगा जोकि आप बिल्कुल सोच नहीं सकते पर आप इस वीडियो को देखे तो सोचने पर आप मजबूर जरूर हो जाएगें कि यह क्या हो गया क्यूंकि लगी इस जाम में स्कूल बसें हैं जिसमें स्कूली बच्चे खचाखच भरे हुए हैं, इनमें कई बच्चों के तो एग्जाम चल रहे हैं और इनमें से कोई कह रहा हैं कि वह तो एक घंटे से जाम में फंसे हैं, कोई कह रहा हैं वह तो करीब दो घंटे से जाम में फंसे हैं। इस जाम की वजन से किसी का एग्जाम छूठ रहा हैं तो किसी डियूटी छूठ रहा हैं, किसी का बस छूठ रहा हैं, तो किसी का ट्रैन छूठ रहा हैं, किसी का इस जाम से निकलने के लिए किसी का पसीना निकल रहा हैं, तो कोई इंसान भूख से तड़प रहा हैं किसी को ईलाज के लिए हॉस्पिटल जल्दी पहुंचना हैं। इस जाम से सब कुछ थम सा गया। आखिरकार इस समस्या का जिम्मेवार कौन हैं। खबर तो बेशक लिख रहा हूँ, पर इसका सीधा असर पुलिस के ऊपर पड़ सकता हैं पर उस हराम खोर ऑफिसर पर बिल्कुल नहीं पड़ेगा जॉकी नौकरी के नाम पर सरकार से मोटी सैलरी लेते हैं और तलबे विधायक एंव मंत्री के चाटें हैं। इसके बाद ऐसे पुलों को बनवाने के वक़्त ठेकेदारों से अलग से कमीशन ले लेते हैं ऐसे अधिकारी पर कौन कार्रवाई करेगा जिनकी जिम्मेदारी हैं इन पुलों समय -समय पर चेक करना और जर्जर पुलों की मरम्मत करना।
इसके बाद सरकार और जिला प्रशासन की जुबान आखिर बंद क्यों हैं वैसे यहां के विधायक व मंत्रियों को गुलदस्ता और साउल से स्वागत करवाने से फुर्सत नहीं हैं और यह सब उनको मामूली घोषणाओं पर ही इतना सम्मान मिल जाता हैं क्या उनकी जिम्मेदारी नहीं हैं इस तरह के पुलों को घटना से पहले चेक करवा ले ऐसा पूर्व में किए होते तो आज आमजनों को इतना जाएदा मुश्किलों का सामना करना नहीं पड़ता। दरअसल कल शुक्रवार को सांय पांच बजे के करीब फरीदाबाद -सोहना रोड के बीच गुरुग्राम नहर के ऊपर बने सदियों पुरानी पुल अचानक भरभरा कर नहर में गिर गई और उस वक़्त पुल पर बड़े -बड़े ट्राला ,ट्रक, फोर व्हीलर व बाइकें थी जोकि पुल के साथ ही गिर गई इस हादसे में किसी की जान तो नहीं गई पर मामूली रूप से घायल जरूर गए और फंसी हुई गाड़ियों को भी काफी जाएदा नुक्सान हुआ हैं।