अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: खेल हो,फैशन हो या विज्ञान,हरियाणा की बेटियां आज हर क्षेत्र में सफलता का शिखर छू रही हैं और बेटियों की कामयाबी से समाज की सोच में भी बदलाव आ रहा है। ये विचार जमैका में एमएस यूनाईटेड नेशंस का खिताब जीतकर लौटी अमीषा चौधरी ने व्यक्त किए। फरीदाबाद सेक्टर की रहने वाली अमीषा चौधरी ने 35 देशों की प्रतिभागियों के बीच हुई एमएस यूनाइटेड नेशंस का टाइटल जीत कर देश का नाम रोशन किया है जिसका आयोजन 1 से 8 जुलाई तक जमैका के किंग्सटन शहर में किया गया। जमैका में अपने अनुभव साझा करते हुए अमीषा ने कहा कि प्रतियोगिता में भारतीय संस्कृति को ही उन्होने दुनिया के सामने प्रस्तुत किया। कॉस्ट्यूम राउंड में उन्होने राष्ट्रीय पक्षी मोर के डिजाइन को प्रस्तुत किया। साथ ही कुकिंग राउंड में उन्होने 700 बच्चों को खीर बनाकर खिलाई। वहीं टैलेंट राउंड में उन्होने पंजाब का गिद्दा डांस प्रस्तुत किया। इसके अलावा उन्होने पर्सनल इंटरव्यू, फिटनेस राउंड में भी सभी को प्रभावित किया। ग्रांड फिनाले में उन्होने न्यूयॉर्क के डिजाइनर द्वारा तैयार किया गया खास बॉल गाउन पहना। ये टाइटल जीतने के बाद अमीषा की जिंदगी पूरी तरह बदल गई है। घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। अमीषा मानती हैं कि अब उनकी जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ गई है और वो अपना सारा ध्यान समाज सेवा के कार्यों में लगाएंगी। उन्होने कहा कि महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करना उनकी प्राथमिकता रहेगी। अमीषा ने कहा कि ओलंपिक से लेकर नासा तक और कुश्ती के मैट से लेकर फैशन इंडस्ट्री तक हरियाणा की बेटियां प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रही हैं जिससे लोगों की सोच में भी सकारात्मक बदलाव आया है। भ्रूण हत्या कम होने से प्रदेश में बेटियों के लिंगानुपात में बढ़ोतरी हुई है तो माता पिता भी अब घर से बाहर निकलकर अपने सपने पूरे करने के लिए बेटियों का सहयोग दे रहे हैं। उन्होने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने परिवार को दिया है।