अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:मानव रचना यूनिवर्सिटी में सरकारी स्कूलों के 240 स्कूल एलईपी ओनर्स के लिए दो दिवसीय रिफ्रेशमेंट एंड एंपॉवरमेंट वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस मौके पर मानव रचना यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. संजय श्रीवास्तव, मानव रचना स्कूलों की निदेशक संयोगिता शर्मा, एमआरयू की फैकल्टी ऑफ एजुकेशन की एचओडी डॉ. बबीता पराशर, डीईओ सतिंदर कौर वर्मा, बीईओ अनीता शर्मा, चीफ मिनिस्टर गुड गवर्नेंस के एसोसिएट खुश, एससीईआरटी के डिप्टी डायरेक्टर रविंदर अहलवानी, तनु भारद्वाज, असिस्टेंट प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर दीपेंद्र चौहान, फरीदाबाद नवचेतना ट्रस्ट के एडवाइजर डीसी चौधरी, एमआरआईएस मोहाली के गौरव आंब्र समेत कई शिक्षकों ने हिस्सा लिया। एमआरआईएस की डायरेक्टर संयोगिता शर्मा ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले सभी शिक्षकों का धन्यवाद किया।
मानव रचना यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. संजय श्रीवास्तव ने सभी शिक्षकों का इस दौरान धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि, शिक्षक के लिए उनका व्यवहार सबसे अहम है। डॉ. संजय श्रीवास्तव ने कहा वह आज जो भी हैं, अपनी टीचर्स की वजह से हैं। एक शिक्षक स्कूल टॉपर, डिस्ट्रिक्ट टॉपर, स्टेट टॉपर और नेशनल टॉपर देता है। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों के सवालों का भी जवाब दिया। इस मौके पर अलग- अलग सेशंस का आयोजन किया गया। फैकल्टी ऑफ एजुकेशन की फैकल्टी मेंबर रचना ने क्रिएटिविटी सेशन के दौरान क्रिएटिविटी कैसे बढ़ाई जाई इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया क्रिएटिव होने के लिए आपको खुश होना जरूरी है। एक अन्य सेशन में एससीईआरटी की तनु भारद्वाज ने शिक्षकों को छात्रों की परेशानियों से रूबरू करवाया। उन्होंने कहा, साक्षरता और शिक्षा में अंतर है। मकसद सिर्फ छात्रों को साक्षर बनाना नहीं है बल्कि उन्हें शिक्षित और सदृढ़ बनाने का भी है। उन्होंने कहा, नवीनता ही जीवनता की पहचान है।
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