अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: तेलंगाना सरकार श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के प्रारूप पर स्किल यूनिवर्सिटी विकसित करेगी। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के मॉडल का अध्ययन करने के लिए तेलंगाना के कमिश्नरेट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन के संयुक्त निदेशक डॉ. सी. श्रीनाथ और तकनीकी शिक्षा विभाग के उपनिदेशक गिरिबाबू देश के पहले राजकीय कौशल विश्वविद्यालय पहुंचे। उन्होंने कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा के साथ मुलाकात की और स्किल एजुकेशन के मॉडल को समझा। संस्थापक कुलपति डॉ. राज नेहरू ने देश के पहले राजकीय कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की है। उन्होंने सभी राज्यों के सामने स्किल एजुकेशन का मॉडल रखा। इसी मॉडल पर कौशल विश्वविद्यालय खोलने के लिए दूसरे राज्य लगातार श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के भ्रमण पर आ रहे हैं।
इससे पूर्व भी कई राज्यों और दूसरे देशों के प्रतिनिधिमंडल कौशल शिक्षा के दोहरे शिक्षा प्रणाली के मॉडल को देखने पहुंच चुके हैं। इसी कड़ी में तेलंगाना राज्य भी हैदराबाद के आसपास राजकीय कौशल विश्वविद्यालय स्थापित करेगा। इस दौरे में तेलंगाना के अधिकारियों ने प्रोफेसर ज्योति राणा से दोहरे मॉडल के ऑन द जॉब ट्रेनिंग और इंडस्ट्री पार्टनरशिप के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने उन्हें बताया कि हैदराबाद के आसपास इंडस्ट्री का सर्वे करके इंडस्ट्री की जरूरत के अनुसार ही स्किल पर आधारित प्रोग्राम तैयार किए जाने चाहिए, ताकि स्किल यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री की जरूरत को पूरा कर सके। इससे न केवल इंडस्ट्री को फायदा होगा बल्कि विद्यार्थियों की प्लेसमेंट में भी सहायता मिलेगी। प्रोफेसर ज्योति राणा ने कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना में हर तरह के अकादमिक और परामर्श सहयोग का भरोसा दिया। तेलंगाना के वरिष्ठ अधिकारी एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनी कंवर के साथ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का अवलोकन करने मिथिला भवन भी पहुंचे। उन्होंने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की अत्याधुनिक प्रयोग शालाएं देखी। तेलंगाना के कमिश्नरेट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन के संयुक्त निदेशक डॉ. सी. श्रीनाथ ने कहा कि उद्योग के साथ तारतम्य बिठा कर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्व विद्यालय ने कौशल शिक्षा का आदर्श मॉडल तैयार किया है। तेलंगाना में हमारे पास काफी आईटीआई और पॉलिटेक्निक हैं, लेकिन उच्चतर शिक्षा में स्किल का एजुकेशन का मॉडल खड़ा करना है। इसके लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का मॉडल सबसे उपयुक्त है। इसीलिए यहां अध्ययन करने के लिए तेलंगाना सरकार द्वारा भेजा गया है। डॉ. सी. श्रीनाथ ने कुलपति डॉ. राज नेहरू और कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।
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