अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम अधिकारीयों की मिलीभगत से बन रहे अवैध निर्माणों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा हैं, इन निर्माणों की वजह आने वाले समय आमजनों को ही नहीं बल्कि पुलिस प्रशासन को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। इसके लिए सीधा जिम्मेदार नगर निगम के संबंधित विभाग के लोग होंगें। इन निर्माणों के बारे में ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम के संयुक्त आयुक्त सतवीर मान को पहले ही अवगत कराया जा चुका हैं पर इसका कोई फायदा होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा हैं और अब अभी अवैध निर्माण धड़ल्ले से जारी हैं। इस संबंध में इलाके के पार्षद सुभाष आहूजा का कहना हैं कि वह न तो अवैध निर्माण बनवाने पर विश्वास करते हैं, ना ही तुड़वाने पर विश्वास करते हैं। इसकी जिम्मेदारी इलाके के कनिष्ठ अभियंता और एसडीओ की हैं,वही लोग नगर निगम के कमिश्नर मोहम्मद साइन को रिपोर्ट देंगें, इन निर्माणों से उनका कोई लेना देना नहीं।
ओल्ड फरीदाबाद की अग्रसेन चौक पर एक साथ छह दुकानें अवैध रूप से बनाई जा रहीं हैं जिसमें दो बेसमेंट व उसके ऊपर चार दुकानें हैं, इन में दो दुकानों पर लिंटन डाल दिया गया हैं और उसके ऊपर भी दो दुकानें और बनाने की तैयारी की जा रही हैं। इसके अलावा तेल मिल के पीछे गली में दो बेसमेंट व उसके ऊपर दो बड़ी -बड़ी सी दुकानें बना दी गईं हैं। इसके बाद एक दुकान इसी लाइन में सब्जी मंडी से पहले ही गली में तैयार की जा रही हैं इसके बाद कई दुकानें मुख्य बाजार में अलग -अलग जगहों पर बनाई जा रहीं हैं। दुकानदारों की मानें तो ओल्ड फरीदाबाद के मुख्य बाजार में अतिक्रमणों से भरा पड़ा हैं इस रास्ते से आमजनों को पैदल निकला मुश्किल हैं। यह सब जानते हुए भी नगर निगम के अधिकारी इन अवैध निर्माणों को रोकने के बजाएं और धड़ल्ले से बनवा रहे हैं। उसने यह भी बताया कि ओल्ड फरीदाबाद अग्रसेन चौक के समीप इससे पहले एक छोटी सी पुरानी दुकान हुआ करती थी, पर अब उस दुकान को तोड़ कर, उस जगह पर अवैध रूप से छह दुकानों का निर्माण एक साथ चल रहा हैं जिनमें दो बेसमेंट व उसके ऊपर चार दुकानों का निर्माण कार्य चल रहा हैं जोकि कानूनी तौर पर बिल्कुल गलत हैं
लोग बतातें हैं कि जिस जगह पर अवैध रूप से छह दुकानें बनाई जा रहीं हैं, उस जगह पर पहले एक दुकानें हुआ करता था व एक मालिक होता था के हिसाब से एक व्हीकल दुकान के आगे सड़क पर खड़ी होती थी पर इस जगह पर छह मालिकों व उनके ग्राहकों के भी व्हीकल उसी के हिसाब से खड़े होंगें तो जरा आप स्वंय सोच और समझ सकतें हैं इस जगह की आने वाले समय में क्या हालत होगी। उनका कहना हैं कि इस वक़्त यहाँ पर अक्सर जाम लगा रहता हैं। जब छह दुकानों के ग्राहकों के व्हीकल और खड़े होंगें। उस वक़्त इस जगह का नजारा क्या रहेगा यह आप स्वंय सोच सकते हैं। खबर है कि अवैध रूप से बने दुकानों को बना कर प्रत्येक दुकान को 80 से 90 लाख रूपए तक के रेट में बेचने के फिराक में हैं इस हिसाब से छह दुकानें का 4 से 5 करोड़ का कारोबार हैं पर कानून को धोखा देने के उद्देश्य से संभवता एक पुरानी दुकान का हवाला दिया गया हैं। लोगों में चर्चा हैं कि इस अवैध निर्माण के एवज किसी नेता ने लाखों में ठेका ले रखा हैं इस वजह से नगर निगम इन अवैध निर्माणों को रोकने के बजाए बनवाने का कार्य कर रहीं हैं और नगर निगम मूक दर्शक बना हुआ हैं।