अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद :डीटीपी इंफोर्स्मेंट की मिलीभगत से ग्रीन फील्ड कॉलोनी में बिल्डर द्वारा आमजनों की जीवन भर की पूंजी लूटनें की साजिश रच रहा है, पर इस पर अंकुश लगाने वाला कोई नहीं। लोगों की मानें तो एक प्लाट पर बिल्डरों ने अवैध रूप से डबल यूनिट तैयार की उसमें12 से 14 फ्लैट बना कर ग्राहकों को लूट रहे हैं। डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार का कहना हैं कि जो शिकायतें उन्हें मिली हैं उन बिल्डिंगों पर जल्द ही तोड़फोड़ की कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्रीन फील्ड कालोनी के ब्लॉक सी के प्लाट नंबर -3104, 3105 में अवैध से डबल यूनिट तैयार किया गया हैं। जिन -जिन बिल्डरों ने गलत तरीके से इन फ्लैटों को तैयार किया हैं। उन बिल्डरों को पिछलें दिनों डीटीपी इंफोर्स्मेंट कार्यालय ने नोटिस भी जारी किया था जिसका असर न तो बिल्डरों पर दिखाई दिया, ना ही डीटीपी इंफोर्स्मेंट कार्यालय ने गंभीरता नहीं दिखाई जिसके कारण इन बिल्डरों के होंसला इतना जाएदा बढ़ गया कि कानून को ठेंगा दिखातें हुए अवैध रूप से एक प्लाट पर के ऊपर 12 से 14 फ्लैटों को बना डाला जबकि कानूनी तौर पर स्टील पार्किंग के साथ 4 मंजिला ही बना सकता हैं।
लोग बतातें हैं कि बिल्डर लोग एक -एक फ्लैटों को 50 से 60 लाख रूपए में आमजनों को बेच देते हैं यह फ्लैट वह लोग खरीद रहे हैं जिन्हेंने अपनी पूरी जिंदगी दिल्ली -एनसीआर में नौकरी की और उनके बच्चे भी यही पैदा हुए और यहीं पर पूरी पढाई की और उनके परिवार यही बस गए। अब उन लोगों की मजबूरी बन गई हैं दिल्ली के आसपास में रहना। लोगों का कहना हैं कि ग्रीन फ़ील्ड कालोनी में जायदात्तर लोग को रिटार्यड होने के बाद जो पैसे उन्हें मिले हैं उन पैसों से एक फ्लैट यहां पर खरीद लेते हैं ताकि पूरा का पूरा परिवार एक साथ रह सकें। वैसे भी ग्रीन फील्ड कालोनी का इलाका दिल्ली से सट्टा हुआ इलाका हैं पर बिल्डर लोग अवैध रूप से इन फ्लैटों को बना कर उन लोगों को 50 से 60 लाख रूपए में बेच देते हैं और मोटा मुनाफा कमा लेते हैं। जब ग्राहकों को मालूम पड़ता हैं तो तब तक उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसकने वाली कहावत याद आने लगती हैं।
लोगों की मानें तो प्लाट नंबर -3460 में अवैध रूप से बिल्डिंगें बनाई गई थी और उसमें दो -तीन महीनें पूर्व में सम्बंधित विभाग ने तोड़फोड़ की कार्रवाई की थी जिसे बिल्डरों ने फिर से बना लिया।इस संबंध में बिल्डर केशव का कहना हैं कि प्लाट नंबर -3105 व 3460 उन्हीं का हैं और 3460 में 2 -3 महीने पूर्व में सम्बंधित विभाग ने तोड़फोड़ की थी जिसे उन्होनें फिर से बना लिया हैं, आप अपने शब्दों में यह कह सकतें की कानून को ठेंगा दिखा कर ,फिर से टूटी हुई बिल्डिंग बना ली हैं। सवाल के जवाव में उनका कहना हैं कि प्लाट नंबर -3105 भी उन्हीं का हैं पर उसमें सिंगल स्टोरी बना तैयार की हैं पर atharv news के पास जो शिकायतें आई हैं उसमें 13 फ्लैटों को बनाया गया हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्लाट नंबर -3104 हैं जिसमें गलत तरीकों से 14 फ्लैटों को तैयार किया गया हैं और वह फ्लैट योगेश अग्रवाल नामक बिल्डर का हैं। इस संबंध में atharv news ने योगेश अग्रवाल से फोन कर उनका पक्ष जाननेके लिए संपर्क किया गया पर उन्होनें अपना फोन बंद कर दिया। इस मामले में डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार का कहना हैं कि ग्रीन फील्ड कालोनी की जो भी शिकायतें हैं उस पर जल्द ही फिर से तोड़फोड़ की कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।