अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: मुख्यमंत्री मनोहर लाल के शासन काल में ये क्या हो रहा बिल्डरों और प्रॉपर्टी डीलरों के साथ,जी हैं ग्रीन फील्ड कॉलोनी में एक बिल्डर को सरेआम दिन दहाड़े कार्यालय में घुस कर लाठी- डंडों, ईंट पत्थरों, और लात -घूसों से पिटाई की गई,इस हमले में बिल्डर रवि गुप्ता,उसके बड़े प्रतीक गुप्ता, छोटा बेटा तुषार व स्टाफ सरलवीर को काफी गंभीर चोटें लगी हैं। ये सारा वाक़्या वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हैं और साथ मारते पीटते हुए की वीडियो रिकॉर्डिंग हैं। इसके अतिरिक्त उन के महिला स्टाफ और उनकी पत्नी रजनी गुप्ता से भी हमलाबरों बतमीजी की। बावजूद इसके ग्रीन फील्ड पुलिस चौकी,और सूरजकुंड थाने की पुलिस 10 दिन बीत जाने के बाद भी सभी हमलाबरों को गिरफ्तार नहीं कर पाई हैं।इस मामले में फरीदाबाद एस्टेट एजेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (फीवा) एंव ग्रीन फील्ड बिल्डर एंव प्रॉपर्टी डीलर्स एसोसिएशन के प्रधान आकाश गुप्ता का कहना हैं कि बिल्डर रवि गुप्ता, उन की धर्म पत्नी रजनी गुप्ता, बेटा प्रतीक गुप्ता, तुषार गुप्ता, स्टाफ सरलवीर पर एक साथ 25- 30 लोगों का हमला बोलना और कार्यालय में कार्यरत महिला स्टाफ के साथ बदतमीजी करना एक निंदनीय हैं। इस घटना के 10 दिन बीत चुके हैं, अब तक किसी भी हमलाबरों का नहीं पकड़ा जाना,ये अपने आप में पुलिस प्रशासन पर एक बहुत बड़ा सवाल हैं। उनका कहना हैं कि पुलिस प्रशासन का इन घटना में हमलाबरों की गिरफ्तारी में ढीलापन बरतना, बिल्डरों और प्रॉपर्टी डीलरों में दहशत पैदा करना हैं।
वह जल्दी ही व्यापारी को सुरक्षा मिले इस के लिए जल्द ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल एंव पुलिस महानिदेशक पी के अग्रवाल को पत्र लिखेंगें, बावजूद इसके उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो, वह लोग एकत्रित होकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलेंगे। और व्यापारियों की सुरक्षा के साथ हो रहे खिलबाड़ से अवगत कराएंगें। उन्हें भरोसा हैं। उनकी मांग पर बिल्डर रवि गुप्ता, उनके परिवार और उनके स्टाफ पर हुए कातिलाना हमला करने वाले हमलाबरों को सलाखों के पीछे अवश्य भेजेंगें और सभी हमलाबरों को कठोर सजा अवश्य दिलाएंगे , ताकि पुलिस प्रशासन पर व्यापारी वर्ग भरोसा कर सकें और अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सके। इस बारे में एसीपी बड़खल सुखबीर सिंह का कहना हैं कि इस केस में मुख्य आरोपित सुखबीर सिंह को अरेस्ट कर लिया गया हैं, अब तक पांच हमलाबरों की पहचान हो चुकी हैं,जिन्हें जल्द ही अरेस्ट कर लिया जाएगा। बाकि के बचे हुए हमलाबरों की पहचान की जा रही हैं, उन्हें भी जल्द ही सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा। सवाल के जवाब में उनका कहना हैं कि इस केस में किसी हमलाबरों को बख्शा नहीं जाएगा और व्यापारियों को इस घटना से घबराने की कोई जरुरत नहीं हैं। उन्होनें पूछने पर ये भी कहा कि पीड़ित बिल्डर रवि गुप्ता के कार्यालय में कार्यरत महिला जो अपना ब्यान दर्ज नहीं दर्ज करवा पाई हैं , सिर्फ उन्हीं को ब्यान लेने के लिए बुलाया जा रहा हैं, जो महिला स्टाफ अपना ब्यान दर्ज करवा चुकी हैं,उन्हें चौकी में जाने की बिल्कुल जरुरत नहीं हैं।
पीड़ित बिल्डर रवि गुप्ता का कहना हैं कि गत 30 मार्च 2022 को दोपहर के तीन बजे के लगभग 25 से 30 लोग उनके कार्यालय और कार्यालय के बाहर एक सोची समझी साजिश के तहत जान लेवा हमला किया गया। उनके ऊपर किए गए हमले में लाठी -डंडों, इट -पत्थरों और लात -घूसों का जमकर इस्तेमाल किया गया। इस कारण से उनके हाथ टूट गए , जिसका अभी ऑपरेशन हुआ हैं, के अतिरिक्त उनके सिर में भी काफी चोटें हैं , इस कारण से उनके शरीर में बहुत ज्यादा दर्द हैं, उन्हें बिल्कुल खड़ा नहीं हुआ जा रहा हैं, वह ठीक से दर्द के कारण बैठ भी नहीं सकतें, बेटा तुषार के नाक की हड्डी टूट गई, उसे जख्म बहुत ही ज्यादा हैं, स्टाफ सरलवीर के चेहरे पर काफी चोटे हैं , ऐसे में पुलिस उन्हें कोई मदद नहीं कर रही हैं ,अलग -अलग फोन पर लगातार जांच अधिकारी के फोन उनके फोन पर आ रहे हैं। ऐसे में वह क्या करे , कुछ समझ में नहीं आ रहा हैं। उनका कहना हैं कि उनके एफआईआर में उचित धाराएं नहीं लगाईं गई हैं, घायल अवस्था में दी गई दरखास्त के हिसाब से मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद जो ब्यान और हमलाबरों की हरकत करते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हैं, के हिसाब से और कई धाराएं पुलिस को जोड़नी चाहिए , वह अब तक नहीं जोड़ी गई हैं। उनका कहना हैं कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ,हरियाणा के पुलिस महानिदेशक पी के अग्रवाल और पुलिस कमिश्नर विकास कुमार अरोड़ा से मांग हैं कि सभी हमलाबरों को जल्द से जल्द अरेस्ट करके और सभी हमलाबरों को कठोर सजा दिलाने में उनकी मदद करें।
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