अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: नगर निगम अधिकारियों की पहले तो मिलीभगत से अवैध निर्माण तेजी के साथ बनाई जाती हैं, जब कोई ऊपरी शिकायतें आती हैं ,पहले तो नोटिस की कार्रवाई की जाती हैं, और ज्यादा बड़ी शिकायतें निगम अधिकारी के पास आती हैं, तो फिर तोड़फोड़ की कार्रवाई की जाती हैं। इससे पहले कई बीच के अधिकारी अपना उल्लू सीधा कर चुके होते हैं, जब तक कार्रवाई के लिए सख्त निर्देश उनके ऊपर आती हैं, तब तक बदल चुके होते हैं,
ऐसे में नगर निगम के बड़े अधिकारी अपने सम्बंधित अधिकारी पर कार्रवाई नहीं करते,पर बिल्डर व निर्माण कर्ता द्वारा बनाई गई जब कोई खरीद कर रहने लिए आता हैं तो बड़े हथौड़े और अर्थमूवर मशीन लेकर तोड़ने के लिए पहुंच जाते हैं। इसी के तहत आज तोड़फोड़ की कार्रवाई को एनआईटी नगर निगम प्रशसान ने तोड़फोड़ की कार्रवाई की हैं।
खबर के मुताबिक बिल्डर एनआईटी तीन ई ब्लॉक, प्लाट नंबर- 16 बीपी और 91 में भवन का निर्माण एक सवा साल पहले बननी शुरू हुई थी। बिल्डर ने पार्किंग के साथ तीन व चार मंजिला इमारत बनाकर खड़ी कर दी। लेकिन निगम अधिकारियों ने शुरूआती तौर पर उसे तोड़ने की कोशिश नहीं की। अब जबकि पूरा भवन बनकर तैयार हो गया। लोगों ने उसे खरीद भी लिया, तब निगम उसे तोड़ने पहुंच गया।
आज सुबह नगर निगम का तोड़फोड़ दस्ता भारी पुलिस बल के साथ एनआईटी 3 के ई ब्लॉक में पहुंच गया और फ्लैट में रहने वालों को बाहर निकलने के कह दिया। बताया जाता है कि 2 = 3 दिन पहले ही बिल्डर ने लोगों को यहां शिफ्ट कराया था। तोड़फोड़ दस्ते ने ऊपरी मंजिल से तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू की। निगमकर्मियों ने किचन , टॉयलेट, फर्नीचर पर बड़ी बेरहमी से हथौड़े चलाकर बुरी तरह से तोड़ दिया। यही नहीं छत को ट्रैक्टर हैमर से तोड़ दिया गया। बताया गया है कि बिल्डर ने जो तीन – चार मंजिला मकान बनाया है, उनकी कीमत करोड़ों में है।
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