अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:ग्रीन फील्ड कॉलोनी के मकान नंबर-3008, ब्लॉक सी में 26-27 जुलाई 2024 की रात को जो सनसनीखेज डकैती की वारदात को एक बनी बनाई योजना के तहत अंजाम दिया गया था ,ये सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाला गिरोह नेपाली गिरोह है जो इंडिया में इस तरह की वारदात को अंजाम देते है, अब तक इंडिया में कुल 9 वारदातों को इनके द्वारा अंजाम दिए जा चुके है। इसमें फरीदाबाद में- 2 , गुरुग्राम में- 3, दिल्ली में- 2 , लुधियाना में- 1 व जयपुर, राजस्थान में- 1 वारदात करना शामिल है। ये लोग पहली बार फरीदाबाद पुलिस के हथ्थे चढ़े है। ये सनसनीखेज खुलासा डीसीपी क्राइम हेमेंद्र मीणा ने आज सै. 30 , पुलिस लाइन स्थित अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में किए है। https://youtu.be/ibaL1jwzoT4
डीसीपी हेमेंद्र मीणा ने आज पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि थाना सूरजकुंड क्षेत्र के ग्रीन फील्ड कॉलोनी के मकान नंबर -3008 में 25 जुलाई 2024 को नौकरानी रखी गई थी,जिसका नाम करिश्मा था,असल मे उसका नाम पद्मा उर्फ़ आरती है,जो प्रवीण खन्ना के घर एक प्लानिंग के साथ नौकरानी बनकर आई थी। मकान मालिक प्रवीण खन्ना दिल्ली के हॉस्पिटल में एडमिट है, जहां पर उनका इलाज चल रहा है, इनके बेटे -बहु घर से बाहर गए हुए थे , इनके घर में एक नौकरानी और है जिसका नाम नगमा है,वह गत 26-27 जुलाई, शनिवार की रात को नौकरानी नगमा घर के एक कमरे बंद करके दो बच्चों को सुला रही थी। उस दौरान बुजुर्ग महिला ऋतू खन्ना, जो प्रवीण खन्ना की धर्मपत्नी अकेली घर में मौजूद थी,जिनको नशीला पदार्थ खिलाकर और उन्हें डरा धमका कर घर से लाखों रूपए के जेवरात व नगदी लूट कर दो दिन पूर्व आई नौकरानी करिश्मा और उसके दो साथी लड़के लेकर फरार हो गए थे। उनका कहना है कि इसके बाद सूरजकुंड थाना, ग्रीन फील्ड पुलिस चौकी और क्राइम ब्रांच बड़खल की टीमें वारदात वाले घर में पहुंची, और अपनी जांच पड़ताल की कार्रवाई कर दी,और आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए,जिसमें आरोपितों की तस्वीरें भी मिली। इसके बाद एसीपी क्राइम अमन यादव ने बड़खल क्राइम ब्रांच के इंचार्च नरेश के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की,जिन्होनें तत्परता से कार्रवाई करते हुए पांच आरोपितों को बदरपुर बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया है जो फरीदाबाद के किसी और घर में इसी तरह की वारदात को अंजाम देने के फ़िराक में थे। उनका कहना है कि अब तक की जांच में ये पता चला है कि यह गिरोह नेपाली गिरोह है , जो नेपाल से इंडिया में इस तरह की सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के लिए आए है। ये लोग लुटे गए आभूषण व नगदी को दिल्ली -एनसीआर में बनाए गए अपने ठिकाने पर रखते है। फिर दूसरी जगह पर वारदात को अंजाम देने लिए जुट जाते है। इस नेपाली गिरोह का मास्टरमाइंड का नाम शंकर भूल है। इस गिरोह में 4 से 5 लोग होते है, इनमें एक लड़की होती है। ये लोग लड़की को किसी के माध्यम से सबसे पहले घर में नौकरानी के तौर पर काम पर लगाते है, और इनके पास पाउडर टाइप की तरह नशीला पदार्थ होती है, जिसको खाने में मिला कर घर के सदस्यों को खिला देते हैं, जिस से घर के सभी लोग बेहोश हो जाते है , और घर से जेवरात और नगदी लेकर फरार हो जाते है। इस घर में ऐसा हुआ , क्योंकि घर में सिर्फ बुजुर्ग महिला ऋतु खन्ना थी। इस दौरान घरेलू नौकरानी करिश्मा ने वारदात को अंजाम देने के लिए अपने साथियों को सूचित कर दिया , और एक ऑटो में सवार होकर 4 लोग रात के समय आए है, इनमें से दो लड़के घर के अंदर घुस गए और पिस्तौल की नोंक पर बुजुर्ग महिला ऋतू खन्ना को डरा धमका कर, घर के अलमारी से लाखो रूपए के जेवरात और नगदी लूट कर, और ऑटो में बैठ कर फरार हो गए। इसमें नौकरानी करिश्मा का नाम पद्मा उर्फ़ आरती है। और इस गिरोह का मास्टरमाइंड शंकर भूल है, इनके साथी बाल बहादुर सरकी, दीपक सिंह व पल्लभ राज हैं , और घर में लूट की वारदात को शंकर भूल और बाल बहादुर सरकी ने दिया था। सवाल के जवाब में उनका कहना है कि इन लोगों ने अब तक इंडिया में कुल 9 वारदातों को अंजाम दिया है, इनमें से फरीदाबाद में 2, गुरुग्राम में 3, दिल्ली में 2 , लुधियाना में 1 और जयपुर ,राजस्थान में 1 वारदात करना कबूल किया है। उनका कहना है कि इंडिया में पहली बार फरीदाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन सभी आरोपितों को अदालत के सम्मुख पेश करके आज पुलिस रिमांड पर लिया जायेगा। रिमांड के दौरान लूटे गए आभूषण व नगदी, वारदात में इस्तेमाल की गई पिस्तौल , ऑटो बरामद की जाएगी , साथ में और खुलासे भी हो सकते है। ये सभी आरोपित जिला कैलाली, नेपाल के रहने वाले है।
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