अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : हरियाणा के उद्योगमंत्री विपुल गोयल के कार्यालय के बाहर चल रहे अतिथि अध्यापकों के धरने के दौरान रविवार को शहर में रोष मार्च निकाल कर सरकार की पोल खोली। अध्यापकों का धरना उन्नीस दिन से जारी है। हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष चतर सिंह, ब्रह्म देव चौहान (प्रदेश उपाध्यक्ष) भारत दहिया (पलवल जिला अध्यक्ष), राजेश, विनोद ने समर्थन दिया। हरियाणा टीचर प्राइमरी एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने उनके साथ गलत किया है। प्रदेश के करीब एक हजार अतिथि अध्यापक सड़क पर आ गए। इनके सामने अब रोजगार के संकट खड़ा हो गया। इस उम्र में वह दूसरी नौकरी के लिए भी योग्य नहीं रहे। सरकार से उनकी मांग है कि वह अतिथि अध्यापकों की सेवा को देखते हुए पालिसी के तहत उनको दोबारा स्कूलों में ज्वाइन कराने के साथ नियमित करे।
सरकार एक तरफ तो रोजगार देने की बात कह रही हैं, लेकिन दूसरी तरफ रोजगार छीनने का काम भी कर रही है। संघ के जिला प्रधान रघुनाथ शास्त्री ने बताया कि धरना 19 दिन से लगातार जारी है। अभी तक सरकार के किसी मंत्री ने उनकी सुध नहीं ली। अभी तक उम्मीद की कोई किरण दूर तक नजर नहीं आ रही है। आंदोलन को तेज करते हुए रोष मार्च निकाला गया। शहर की विभिन्न सड़कों से होकर वापस धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान लोगों को बताया कि किस प्रकार से सरकार ने उनके साथ विश्वासघात किया है।
राज्यप्रधान राजेन्द्र शास्त्री ने कहा कि अगर सरकार ने जल्द कदम न उठाया तो आंदोलन तेज कर दिया जाएगा।आन्दोलन में परिवर्तन भी किया जा सकता है। अध्यापक स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे थे, उसके बाद भी वादाखिलाफी की है।
प्रदेश मिडिया प्रभारी अजय लोहान ने कहा सरकार को समय रहते अपना और अपनी सरकार का किया वादा पूरा करना चाहिए। आज उन्नीसवे दिन बल्लभगढ ब्लॉक के दीपक, सुनील कुमार, सुरेन्द्र कुमार, जय पाल और पवन धरने पर बैठे। इस मौके पर हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ-22 के प्रदेश महासचिव नरेन्द्र सौरोत, पलवल जिला के अध्यक्ष प्रीतम सिंह, भागीरथ, वीरेन्द्र, सुन्दर भडाना, चन्दरवीर, फतेहराम, दिनेश शर्मा, महेश तेवतिया, फतेहराम, दया रानी, प्रवीण कुमारी, सुनीता गौड, सत्यवती, अरविंद, भी मौजूद रहे।