अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:स्टेट विजिलेंस ब्यूरों की टीम ने आज नगर निगम के एक क्लर्क को 8000 रूपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों अरेस्ट किया हैं। इस क्लर्क को नगर निगम कार्यालय के 45 नंबर कमरे से रंगे हाथों पकड़ा गया हैं। इस आरोपित के खिलाफ स्टेट विजिलेंस ब्यूरों थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया हैं। यह आरोपित बिज्ञापन के बोर्ड से बिज्ञापन ना हटाने के एवज में लिया था 8000 रूपए की रिश्वत।
पुलिस के मुताबिक खेड़ी कलां, फरीदाबाद गांव निवासी अमर सिंह ने स्टेट विजिलेंस ब्यूरो में एक शिकायत दी कि फरीदाबाद के बीपीटीपी इलाके में पोल पर बिज्ञापन लगाने का काफी बोर्ड लगे हुए हैं। जब भी वह उस बोर्ड पर बिज्ञापन लगाता था यह क्लर्क नरेंद्र सिंह उसे फड़वा देता था। यह क्लर्क नरेंद्र नगर निगम कार्यालय के बिज्ञापन विभाग में कार्यरत था ने उस पर अगले 10 दिनों तक बिज्ञापन लगाने के एवज में 10000 रूपए की मांग कर रहा था जिसके ना देने पर उसकी बोर्ड पर लगे हुए बिज्ञापन को फाड़ देता था। इस के बाद वह 3000 रूपए प्रतिमाह मांग कर रहा था। इसके एवज में क्लर्क नरेंद्र कुमार नगर निगम का कोई भी रसीद नहीं देता था।
इससे काफी परेशान होकर उसने इस क्लर्क नरेंद्र कुमार की शिकायत स्टेट विजिलेंस ब्यूरो से की । इससे पहले उसने आरोपित को 2000 रूपए रिश्वत एडवांस के तौर पर दिया था। आज बाकि के 8000 रूपए देना तय हुआ था। आज जैसे अमर सिंह ने नगर निगम के क्लर्क नरेंद्र कुमार को पैसे लेने के लिए फोन किया तो क्लर्क नरेंद्र ने उसे अपने कार्यालय के 45 नंबर कमरे में बुला लिया। जैसे ही उसने क्लर्क नरेंद्र कुमार को रिश्वत के 8000 रूपए उसके हाथ में दिए, उसी वक़्त स्टेट विजिलेंस ब्यूरों की टीम ने उसे पकड़ लिया।