अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : इंडियन आॅयल काॅरपोरेशन आर एण्ड डी फरीदाबाद द्वारा फरीदाबाद इण्डस्ट्रीज एसोसियेशन के सहयोग से आज यहां स्थानीय सैक्टर-21सी स्थित होटल पार्क प्लाजा के सभागार में पैट्रोलियम अपशिष्ट का प्रबन्ध कैसे करें विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। इस मौके पर उपायुक्त समीरपाल सरों ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। संस्थान के निदेशक एस.एस.वी. रामाकुमार ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
उपायुक्त श्री सरो ने कहा कि आज के समय में पर्यावरण की सुरक्षा करना, प्रदूषण को नियन्त्रित रखना तथा पैट्रोलियम पदार्थों का संरक्षण करना जनहित में एक अत्यन्त आवश्यक कार्य है। खुशी की बात है कि गत 15 से 31 जुलाई 2017 के बीच इंडियन आॅयल संस्थान द्वारा पूरे देश में स्वच्छता अभियान पखवाड़ा पूरे जोश व उत्साहपूर्वक मनाया गया। जिले में इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए यह संस्थान आभार व बधाई का पात्र है। उन्होंने कहा कि बायोमिथेनेशन जैविक कचरे का अवायवीय पाचन है। जैसे घर और औद्योगिक कचरे का जैविक अंश व एम.एस.डबल्यू. तथा रसोई का कचरा आदि होते हैं। इस तकनीक से न सिर्फ अवांछनीय हानिकारक कचरे को नष्ट करने में मदद मिलती है बल्कि कच्चे तेल के घट रहे संसाधन के तौर पर भी बायोमिथेन व बायोगैस को अच्छा स्रोत माना जाता है। श्री सरो ने कहा कि संस्थान द्वारा पैट्रोलियम की नई तकनीक बढ़ाने तथा इसके संरक्षण की दिशा में सफलतापूर्वक प्रयास अमल में लाना सराहनीय कदम है।
डा. एस.एस.वी. रामाकुमार ने कहा कि उनके संस्थान की बायोमिथेनेशन तकनीक ने अब तक कई अवार्ड जीते हैं और देश में बड़े स्तर पर यह तकनीक प्रयोग में लाई जा रही है। हाल ही में चैनई में तेल फैलने के दौरान भी इसी तकनीक का प्रयोग किया गया था। तैलीय स्लज के लिए कचरा प्रबन्धन के सभी उपलब्ध तरीकों में से बायोरेमैडिएशन एक पर्यावरण हितैषी व आर्थिक रूप से व्यावहारिक विकल्प है क्योंकि यह तकनीक विशेष तरह के माइक्रोब्स का इस्तेमाल करती है जो कि हाईड्रो कार्बन खत्म कर देता है। संस्थान के विशेषज्ञ एवं आर.एण्ड डी. इकाई के वरिष्ठ कार्यकारी सदस्य एस.पी. मजूमदार ने कहा कि उनका संस्थान अपने पूरी हाईड्रोकार्बन वैल्यू चेन में अपने पैर फैलाने के व्यापारिक हित के साथ भारत की प्रमुख महारत्न राष्ट्रीय तेल कम्पनी है। रिफाइनिंग, पाईपलाइन परिवहन, व पैट्रोलियम उत्पादों की मार्कीटिंग से लेकर शोध एवं विकास अन्वेषण एवं उत्पादन, प्राकृतिक गैस और पैट्रोलियम की मार्कीटिंग में इंडियन आॅयल ने प्रतिष्ठित फाॅर्चून ग्लोबल-500 की साल 2017 की सूची में दुनिया के बड़े कारपोरेट्स में 168वां स्थान हासिल किया तथा भारतीय उद्यमों के बीच पहला स्थान प्राप्त कर सर्वोच्च कामयाबी हासिल की।