अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: पलवल -फरीदाबाद की संयुक्त पुलिस की टीम ने आज पलवल के किसानों की ट्रेक्टरों की रैली को दिल्ली बॉर्डर के नजदीक पहुँचने से बेशक रोक लिया पर उन्हें किसानों के जबरदस्त क्रोध का सामना तो करना ही पड़ा। हालांकि पुलिस ने कंटेनर और उसके पीछे सैकड़ों गाडी बीच सड़क पर खड़ी कर के किसानों की ट्रेक्टर रैली को रोकने का सफल प्रयास किया था। वावजूद इस के किसानों ने उनके सुरक्षा घेरे में सेंघ लगा कर उन तक पहुंच गए। नतीजा ये रहा की पुलिस को किसानों के ऊपर लाठी चार्ज करना पड़ा और दर्जनों ट्रेक्टरों की हवा निकालनी पड़ी और पुलिस को पथराव का सामना करना पड़ा। इसके बाद किसान लोग नेशनल हाइवे -2 पर जम गए। और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस खबर में किसानों की हरकत और पुलिसिया कार्रवाई अंत से पहले तक की रिकॉर्डिंग हैं , इस खबर में तीन वीडियो प्रकाशित की गई हैं की संख्या 1 ,2 , 3 हैं-जरूर देखें
देखा गया हैं कि फरीदाबाद कैल गांव से सोपता गांव के बीच नेशनल हाइवे-2 पर लगभग 200 अधिक बड़ी-बड़ी कंटेनर व ट्रकों को सड़क के बीचों बीच पुलिस ने खड़ी कर दी थी। इसके बाद गांव सोपता गांव के पास पलवल के एसपी -बल्लभगढ़ डीसीपी सुमेर सिंह व डीसीपी मुख्यालय डा.अर्पित जैन के नेतृत्व में सैकड़ों पुलिस कर्मी तैनात थे। जहां पर सैकड़ों की संख्या में पुलिस कर्मी तैनात थे और इसके आगे भीपुलिस डम्परों को बीच सड़क पर खड़ी की हुई थी। और वहां से दिल्ली की ओर जाने वाली सभी रास्ते बंद थे। इस दौरान पलवल सेलगभग 500 ट्रेक्टरों की रैली पहुंची,ये सभी ट्रैक्टर डिवाइडर पर चढ़ कर पुलिस के नजदीक पहुंची पर किसी भी पुलिस वाले ने उस ट्रैक्टर वाले किसानों को नहीं रोका,
क्यूंकि उन्हें मालूम था फरीदाबाद पहुंचना उनके लिए असंभव हैं और बात भी ठीक थी, इंतजाम पक्का किया हुआ था पर किसानों ने अपने ट्रेक्टरों से बीच सड़क पर खड़ी कंटेनरों को बुरी तरह से चला कर तोड़ने लगे। इससे ये खतरा बनना शुरू हो गया कि कोई भी इंसान हो, वह इंसान किसान भी. कोई पुलिस कर्मी और पत्रकार भी हो सकता था। इनमें से कोई भी शख्स ट्रेक्टरों के पहिए के नीचे आ सकता हैं और उसकी मौत हो सकती हैं। इस सोच के साथ पुलिस के बड़े अधिकारी सक्रिय हो गए और उन ट्रेक्टरों को रोकना शुरू कर दिया,
जिसे से खतरा था,पर ट्रेक्टरों पर सवार लड़के लोग पुलिस अधिकारी के बातों को बार- बार इग्नोर किए जा रहे थे और भीड़ के बीच ट्रेक्टरों को बार – बार रफ्तार देने की कोशिश कर रहे थे।
इसके बाद पुलिस कर्मियों को उन पर लाठी चार्ज करना पड़ा। और ट्रेक्टरों में तोड़ फोड़ करने पर पुलिस को मजबूर होना पड़ा और गुस्से में पुलिस कर्मियों ने दर्जनों ट्रेक्टरों के पहियों की हवा निकालनी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस के डंडे से किसानो काफी चोटे भी लगी हैं। इस झड़प में कई पुलिस कर्मियों को मामूली चोटें आई हैं। खबर लिखे जाने तक किसान सोपता गांव स्थित नेशनल हाइवे -2 पर जमे हुए थे।